Big breaking महिला बाल विकास विभाग की योजनाओं में अधिकारी बेहतर तरीके से करें काम :हरि चंद्र सेमवाल सचिव महिला बाल विकास

महिला बाल विकास विभाग की योजनाओं में अधिकारी बेहतर तरीके से करें काम :हरि चंद्र सेमवाल सचिव महिला बाल विकास
ब्यूरो रिपोर्ट
महिला सशक्तिकरण विभाग के 25 राज्यों के अधिकारियों के साथ समन्वय बैठक को लेकर विचार मंथन किया गया महिला सशक्तिकरण बाल विकास सचिव हरिश्चंद्र सेमवाल का कहना है कि उत्तराखंड के विकास को मजबूत करने के लिए सर्वाधिक संवेदनशील लाभार्थी वर्ग खासतौर से बच्चों महिलाओं को योजनाओं का शत प्रतिशत लाभ मिले इसको लेकर विभिन्न विभागों के साथ काम करना होगा।
उस दिशा में महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया है केंद्र सरकार के निर्देश पर उत्तराखंड में संचालित वात्सल्य मिशन सक्षम आंगनबाड़ी शक्ति की विस्तृत जानकारी देते हुए विभागों के साथ बेहतर तालमेल बनाने के बारे में चर्चा की गई ।
सचिव हरिश्चंद्र सेमवाल का कहना है कि उत्तराखंड एक विषम भौगोलिक परिस्थिति का राज्य है ऐसे में पर्वतीय क्षेत्रों के साथ मैदानी क्षेत्रों में भी कई तरह की चुनौतियों का सामना करना होता है मगर सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं को पात्र लाभार्थियों तक पहुंचाने की जिम्मेदारी विभाग की है।
ऐसे में सभी सामंजस के साथ काम करने की जरूरत है तभी लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है 8 दिसंबर 2022 को उत्तराखंड महिला नीति के ड्राफ्ट पर आधारित बैठक में विभिन्न विभागों के साथ हुई तैयारियों की समीक्षा की गई।
महिला सशक्तिकरण विभाग लगातार प्रदेश में चल रही योजनाओं की समीक्षा कर रहा है ताकि बच्चों और महिलाओं को उन योजनाओं का लाभ मिल सके। सचिव महिला बाल विकास हरि चंद्र सेमवाल का कहना है कि जिस तरह की योजनाएं केंद्र और राज्य सरकार की चल रही है । उसका लाभ पात्रों को मिले इस दिशा में लगातार मीटिंग की जा रही है।
महिलाओं व बच्चों के कल्याण हेतु विभागों के दायरे से बाहर निकलना होगा यह मूलमंत्र श्री सेमवाल ने विभिन्न विभागों के 25 वरिष्ठ अधिकारियों को दिया।
“मंथन” में महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास, श्रम, उद्योग, पुलिस, पर्यटन, संस्कृति, समाज कल्याण, विद्यालयी शिक्षा, उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास, स्वास्थ्य, नियोजन, कृषि, उद्यान, वन, खाद्य, पंचायती राज, सूचना, न्याय, खेल एवं युवा कल्याण, आपदा एवं अन्य विभागों ने सक्रिय योगदान दिया।