चीन सीमा से सटे गाँव और ITBP चौकियाँ होंगी रोशन, UPCL ने शुरू किया सर्वे
1 min read

चीन सीमा से सटे गाँव और ITBP चौकियाँ होंगी रोशन, UPCL ने शुरू किया सर्वे
देहरादून | 22 दिसम्बर, 2025 ब्यूरो रिपोर्ट
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के ‘अंतिम छोर तक विकास’ के विजन को धरातल पर उतारने के लिए उत्तराखंड पावर कारपोरेशन लिमिटेड (UPCL) ने कमर कस ली है। भारत सरकार की ‘बार्डर आउट पोस्ट’ (BOP) और ‘वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम’ (VVP) के तहत अब भारत-चीन सीमा से सटे दुर्गम क्षेत्रों को ग्रिड आधारित बिजली से जोड़ा जाएगा।
43 ITBP पोस्ट और 882 घरों तक पहुँचेगी बिजली
यूपीसीएल द्वारा तैयार कार्ययोजना के अनुसार, पिथौरागढ़, उत्तरकाशी और चमोली जिलों में स्थित 43 आईटीबीपी आउटपोस्ट्स को बिजली लाइन से जोड़ा जाएगा। इसके साथ ही ‘वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम’ के तहत चिन्हित 08 सीमावर्ती गाँवों के 882 घरों में पहली बार ग्रिड की रोशनी पहुँचेगी।
इन गाँवों का बदलेगा स्वरूप
योजना के अंतर्गत उत्तरकाशी जिले का पुराली गाँव और पिथौरागढ़ जिले के नवी, कुट्टी, गूंजी, गरबयांग, शीला, बलिंग एवं तिडांग गाँव शामिल हैं। वर्तमान में इन क्षेत्रों में तकनीकी आंकलन और लाइन रूट निर्धारण के लिए युद्धस्तर पर सर्वेक्षण कार्य किया जा रहा है।
“राष्ट्रीय सुरक्षा और ग्रामीण सशक्तिकरण की दृष्टि से यह परियोजनाएं मील का पत्थर साबित होंगी। विषम परिस्थितियों के बावजूद यूपीसीएल हर नागरिक तक विकास की रोशनी पहुंचाने के लिए संकल्पित है।”
— अनिल कुमार प्रबन्ध निदेशक, यूपीसीएल
रणनीतिक और सामाजिक लाभ
- राष्ट्रीय सुरक्षा: आईटीबीपी चौकियों पर बिजली आपूर्ति से जवानों की कार्यक्षमता और निगरानी तंत्र मजबूत होगा।
- पलायन पर रोक: सीमावर्ती गाँवों में बिजली आने से शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
- डिजिटल कनेक्टिविटी: बेहतर बिजली आपूर्ति से इन क्षेत्रों में इंटरनेट और डिजिटल सेवाएं सुलभ हो सकेंगी।
