Shri Krishna Janmashtami अटल उत्कृष्ट विद्यालय में श्री कृष्ण जन्माष्टमी की धूम
1 min readShri Krishna Janmashtami अटल उत्कृष्ट विद्यालय में श्री कृष्ण जन्माष्टमी की धूम
ब्यूरो रिपोर्ट
श्री कृष्ण जन्माष्टमी को लेकर पूरे देश में जहां धूम मची हुई है वहीं बाजारों में तरह-तरह के सामान भी बिक रहे हैं चाहे बच्चों के लिए कपड़े हो बांसुरी मोर की पंखे के साथ में और भी दूसरे आइटम हो.
लड्डू गोपाल के लिए बाजारों में बिक रहे हैं जबकि मंदिरों में सजावट चल रही है। मथुरा से लेकर महाराष्ट्र तक जम्मू कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक और गुजरात से लेकर बंगाल तक श्री कृष्ण जन्माष्टमी की धूम देखने को मिल रही है ।
ना सिर्फ मंदिरों बाजारों में धूम है बल्कि स्कूलों में भी बच्चे तरह-तरह का आइटम बना रहे हैं जहां उनकी इससे प्रतिभा निकल रही है वहीं सबसे खास बात है कि बच्चे भी श्री कृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर राधा कृष्ण के गानों पर नृत्य कर रहे ।
संगीत का भी परिचय देखने को मिल रहा है सबसे महत्वपूर्ण बात है । श्री कृष्ण जन्माष्टमी को लेकर राजधानी देहरादून में भी तैयारी की जा रही है हुई अटल उत्कृष्ट विद्यालय के छात्र-छात्राओं में भी खासा उत्साह देखने को मिला है।
छात्र-छात्राएं जहां पेंटिंग प्रतियोगिता कर रही है वहीं नृत्य प्रतियोगिताओं में भी हिस्सा ले रहे हैं श्री कृष्ण जन्माष्टमी को लेकर कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है ।
विद्यालय के प्रधानाचार्य रामबाबू विमल द्वारा भी कार्यक्रम की सराहना की गई
विद्यालय के अध्यापिका पिंकी पंवार का कहना है कि श्री कृष्ण जन्माष्टमी को लेकर छात्र-छात्राओं में खासा उत्साह है उनका कहना है कि भगवान श्री कृष्ण ने गीता में जो ज्ञान प्रदान किया है वह मानव जीवन के लिए अमूल्य है दुनिया का सर्वश्रेष्ठ ग्रंथ गीता है और गीता के अवलोकन से ही मनुष्य अपने जीवन के उद्देश्य के शिखर को प्राप्त कर सकता है।
अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर कॉलेज सौड़ा सरौली रायपुर देहरादून मे जन्माष्टमी का पर्व बहुत धूमधाम से मनाया गया । कार्यक्रम में. कक्षा 6 ,7 व 8 द्वारा प्रस्तुति दी गई । बच्चों द्वारा विभिन्न क्राफट भी तैयार किए गए, जैसे बांसुरी, मटकी, वाल हैडिंग, पेंटिंग आदि। कार्यक्रम की प्रधानाचार्य द्वारा सराहना की गई ।आकृति व पूर्वी ने राधा कृष्ण का नृत्य किया । सार्थक , अभिषेक व अक्षिता ने भजन की प्रस्तुति दी। अक्षत, अंशिका, देव, मानसी , मोनिका द्वारा कृष्ण सुदामा की नाटिका प्रस्तुत की गई।