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28 जुलाई को ऊर्जा भवन पर गरजेंगे संविदा कर्मी

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28 जुलाई को ऊर्जा भवन पर गरजेंगे संविदा कर्मी

ब्यूरो रिपोर्ट 

विद्युत संविदा एकता मंच के केंद्रीय कार्यकारिणी की आवश्यक बैठक देहरादून के परेड ग्राउंड स्थित उज्जवल रेस्टोरेंट में आयोजित की गई बैठक की अध्यक्षता संयोजक विनोद कवि द्वारा व संचालन सहसंयोजक मनोज पंत द्वारा किया गया।

बैठक में ऊर्जा के तीनों निगमों (उत्तराखंड पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड, UJVNL एवं पिटकुल) के अंतर्गत कार्यरत संविदा कर्मचारियों के नियमितीकरण, समान वेतन, महंगाई भत्ता, मेडिकल सुविधा, यात्रा भत्ता सहित विभिन्न ज्वलंत मांगों/समस्याओं के संबंध में विस्तृत चर्चा/विमर्श किया गया।

सभा को संबोधित करते हुए सहसंयोजक मनोज पंत, नागेंद्र प्रसाद, मंजू तिवारी, सुरेंद्र रयाल ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा सरकार के तीन वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में संविदा/उपनल कर्मचारियों के नियमितीकरण की घोषणा की थी जिस पर अतिथि तक शासन द्वारा कोई आदेश निर्गत नहीं किए गए जिससे संविदा कर्मचारी खुद को ठगा महसूस कर रहे है, वक्ताओं ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में 3 संविदा कर्मचारी करंट के कारण अपनी जान गंवा चुके है लेकिन उन्हें कोई सम्मानजनक मुआवजा नहीं दिया गया जा। सभा को संबोधित करते हुए प्रेम भट्ट, अनिल भट्ट, कैलाश उपाध्याय, कंचन जोशी, संदीप रावत, सुधीर रावत ने कहा कि BOD के अनुमोदन के पश्चात अकारण VDA के आदेश रोके गये है, करंट से मरने वाले संविदा कर्मचारी के आश्रित को रोजगार नहीं diya जाता है परिवार दर दर की ठोकरें खाने को विवश है लेकिन निगम प्रबंधन न तो श्रम कानूनों को मानने को तैयार है और न हाइकोर्ट सुप्रीमकोर्ट के आदेशो को मानती है खुलेआम कोर्ट के आदेशों की अवमानना हो रही है जिस कारण पूरे प्रदेश के संविदा कर्मचारियों में भारी आक्रोश है।

सभा को संबोधित करते हुए संयोजक विनोद कवि ने कहा कि प्रबंधन संविदा कर्मचारियों की मांगों के प्रति संवेदनहीन है नियमितीकरण तो दूर मेडिकल जैसी आवश्यक सामाजिक सुरक्षा से भी संविदा कर्मचारियों को वंचित रखा जा रहा है सभी जानते है कि बिजली के कर्मचारी का ड्यूटी पर जाने का समय तो तय है लेकिन ड्यूटी से वापस आएगा इस बात की कोई गारंटी नहीं है, पिछले कई महीनों से संविदा कर्मचारियों की मेडिकल की सुविधा समाप्त हो राखी है लेकिन प्रबंधन मूकदर्शक बना हुआ है इस संबंध में संगठन लगातार ऊर्जा निगम प्रबंधन से अनुरोध करता आ रहा है लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुई है। श्री कवि ने कहा कि लगातार विद्युत दुर्घटनाओं में संविदा कर्मचारियों की मृत्यु हो चुकी है कई संविदा कर्मचारी आजीवन अपंग हो गए है लेकिन विभाग ने कर्मचारियों को लाभ के नाम पर दर दर की ठोकरें खाने के अलावा कुछ नहीं दीया।

निगम प्रबंधन, उत्तराखंड शासन की अनदेखी तथा संविदा कर्मचारियों के आक्रोश को देखते हुए बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया है कि दिनांक 28 जुलाई, 2025 को ऊर्जा भवन मुख्यालय, देहरादून में संविदा कर्मचारियों की विभिन्न ज्वलंत मांगों के प्रति ध्यानाकर्षण हेतु एक दिवसीय धरना आयोजित किया जाएगा जिसमें तीनों निगमो में उपनल के माध्यम से कार्यरत संविदा कर्मचारियों द्वारा प्रतिभाग किया जाएगा।

बैठक में सर्वश्री मनोज पंत, नागेंद्र मेंदोला, मंजू तिवारी, सुरेंद्र रयाल, अनिल भट्ट, विनोद नेगी, प्रेम भट्ट, संदीप रावत, कंचन जोशी, सुधीर रावत, यतीश वशिष्ठ, कैलाश उपाध्याय, प्रदीप रावत,दीपक वशिष्ठ इत्यादि उपस्थित रहे।

 

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