Ghazipur news एस डी एम कासिमाबाद की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत
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Bureau report
कासिमाबाद गाजीपुर। एस डी एम कासिमाबाद वीर बहादुर सिंह उम्र 45 साल की आज प्रातः संदिग्ध परिस्थितियों में उनके सरकारी आवास पर मौत हो गई जिससे तहसील मुख्यालय में हाहाकार मच गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार उपजिलाधिकारी कासिमाबाद वीर बहादुर सिंह यादव को प्रातः जब उनके अर्दली ने जगाने के लिए दरवाज़ा खटखटाया तो अन्दर से कोई उत्तर नहीं मिला पुनः कोशिश करने पर भी जब कोई जवाब नहीं मिला तो अर्दली ने अपने उच्च अधिकारियों को इसकी सूचना दी ।
जिस पर उन्होंने बड़ी मुश्किल से खिड़की खोलकर जब अन्दर देखा तो वह अपने बिस्तर पर पड़े थे। घटना के बाद जब अधिकारियों ने दरवाज़ा तोड़कर अन्दर देखा तो उनकी आंखें फटी की फटी रह गई।
फौरन डॉक्टर को बुलाकर उनका चिकित्सीय परीक्षण कराया गया तो डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। तत्पश्चात डी एम और एस पी ने मौके का मुआयना किया और घटना स्थल पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया।
इसके बाद एस डी एम के परिवार को सूचित किया गया ज्ञात हो कि एस डी एम का परिवार लखनऊ में निवास करता है और वह लखनऊ से कासिमाबाद के लिए रवाना हो गया। अभी कुछ दिन पहले ही एस डी एम का परिवार कासिमाबाद उनसे मिलने आया था और उन्होंने ने अपनी बिटिया का जन्मदिन बड़े धूमधाम से मनाया था।
इस घटना से हर कोई मर्माहत दिखाई पड़ा वह बेहद मिलनसार और जिन्दा दिल इंसान थे और सन 2015 बैच के पी सी एस अधिकारी थे, वह जौनपुर जिले के मूल निवासी थे और उन्होंने बनारस तथा प्रयागराज के साथ ही लखनऊ से भी पी एच डी किया हुआ था। पी सी एस अधिकारी बनने के बाद उनकी पोस्टिंग हमीरपुर, गोंडा,बस्ती, कौशांबी में हुई थी।
कासिमाबाद एस डी एम बनने से पहले वह कलेक्ट्रेट में अतिरिक्त एस डी एम के पद पर तैनात थे वह कल शाम निकाय चुनावों में जहूराबाद विधान सभा की एकमात्र नगर पंचायत बहादुरगंज में फ्लैग मार्च निकालकर लोगों से शांति पूर्वक माहौल में मतदान करने का संदेश दिया था।
उन्होंने अपने मातहतों को इस बाबत निर्देशित भी किया था और वह रात 9 बजे तक बहादुरगंज में ही रुके हुए थे तत्पश्चात वह अपने तहसील स्थित आवास पर चले गए और चुनाव संबंधित कार्यों में लग गए इसी क्रम में देर रात करीब 11:30 बजे डी एम के साथ वर्चुअल मीटिंग भी की थी और उसके बाद वह भोजन करने के बाद टहलने के बाद सोने चले गए ।
जब सुबह देर तक वह नहीं जगे तो अर्दली ने शोर मचाकर लोगों को इकट्ठा किया और जैसे ही उनके निधन की खबर लोगों को हुई सभी लोग उनके आवास की तरफ शोक संवेदना व्यक्त करने पहुंचने लगे उनके निधन से पूरे तहसील क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई ।
यह ख़बर जंगल की आग की तरह लोगों तक पहुंच गई और लोग तरह तरह की आशंका व्यक्त करने लगे। जिलाधिकारी गाज़ीपुर आर्यका अखौरी और पुलिस अधीक्षक गाजीपुर ओमवीर सिंह अपने मातहतों के साथ एस डी एम के आवास पर पहुंच कर जांच में जुट गई और इसके बाद उनके शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया गया अब सबको एस डी एम के पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतेजार है जिसके बाद ही यह स्पष्ट हो सकेगा कि उनकी प्राकृतिक मौत हुई है या फिर कोई और कारण है ।
उनकी मृत्यु का ख़बर लिखे जाने तक उनके भाई मौके पर मौजूद थे वह अपने पीछे अपनी धर्मपत्नी सहित दो बच्चों एक पुत्र तथा एक पुत्री को छोड़ गए हैं।