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Ghazipur news मदरसा अरबिया फैजानुल उलूम में दरसे बुखारी के पाठ का शुभारंभ

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मदरसा अरबिया फैजानुल उलूम में दरसे बुखारी के पाठ का शुभारंभ

By अकील अहमद

बहादुरगंज गाज़ीपुर। बहादुरगंज कस्बे के मशहूर दीनी एदारे मदरसा अरबिया फैजानुल उलूम बहादुरगंज में पवित्र कुरान के पाठ का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ कारी अब्दुल कादिर के तिलावते कलामे पाक से हुआ।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पधारे मदरसा इस्लामिया बनारस के शिक्षक हजरत मौलाना अब्दुल्ला नासिर कासमी ने उपस्थित जन समूह और छात्र छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि वर्तमान समय में बुखारी शरीफ की महत्ता और उपयोगिता और भी बढ़ जाती है क्योंकि इसकी शिक्षा लेने के उपरांत छात्रों के जीवन में क्रांतिकारी परिवर्तन आते हैं जिससे कि वह अपने परिवार, समाज, में वह महती भूमिका निभाता है।

तत्पश्चात उन्होंने उन्होंने इमाम बुखारी के जीवन और कृतियों पर प्रकाश डालते हुए उनके आदर्शों को अपने जीवन में आत्मसात करने पर बल दिया, और कहा कि जब भी कभी भी और कहीं भी मुहम्मद साहब का जिक्र आए तो हम सब पर उनके ऊपर दरूद भेजना अनिवार्य हो जाता है और जब भी मुहम्मद साहब का नाम आए और लोग उनपर दरूद न भेजें तो वह शख्स बखील(कंजूस) में गिना जाएगा और जिसने हुजूर पर दरूद भेजा तो खुदा उसके ऊपर दस रहमतें नाज़िल फरमाता है ।

उन्होंने बुखारी शरीफ के लिखने की वजह पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि बुखारी शरीफ या इल्मे हदीस को पढ़ने पढ़ाने वाले को चाहिए कि सर्वप्रथम उसे अपनी नीयत साफ रखना चाहिए ताकि दुनिया (लोक)
और आखिरत (परलोक) में उसे प्रसिद्धि प्राप्त हो सके।

अन्त में कार्यक्रम का समापन हज़रत मौलाना अब्दुल्लाह नासिर कासमी की दुआ पर हुआ, कार्यक्रम की अध्यक्षता मदरसे के प्रबन्धक अल्हाज मौलाना डॉक्टर अबुल्लैस अंसारी ने की जबकि संचालन कस्बे के पेशे ईमाम अल्हाज मौलाना इनामुल हक कासमी ने किया।

इस अवसर पर मदरसे के प्रिंसिपल मौलाना मकसूद आलम, अब्दुल मोजीब, मौलवी एखलाक, मास्टर शाहिद अली, मौलवी ऐमन,मास्टर अंसर हसन, मास्टर सईदुर्रहमान, कारी मजहर, एखलाक अहमद, मोलवी नोमान, मौलवी अब्दुल मोईद, वसीम अब्बासी, जफर अकील कारी अनवर, कारी अहमद अली इत्यादि लोग उपस्थित थे।

 

 

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