Breaking आपसी सौहार्द,भाईचारा से मुल्क की होगी तरक्की: काज़ी फरीद आलम
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आपसी सौहार्द भाईचारा से मुल्क की होगी तरक्की: काज़ी फरीद आलम
By अकील अहमद
गाजीपुर। सौहार्द,मानवता और सद्भावना हेतु समर्पित संस्था आल इंडिया पयामे इंसानियत फोरम ग़ाज़ीपुर यूनिट द्वारा आज ग़ाज़ीपुर सदर तहसील के मुहम्मदपुर (बिन्दवलिया) स्थित मैरेज हॉल के एक काँफ्रेस हॉल में सद्भावना हेतु एक डायलॉग प्रोग्राम (संवाद गोष्ठी) हमारा समाज हमारी ज़िम्मेदारी का आयोजन किया गया जिसमें जनपद के सम्मानित बुद्धिजीवियों ने प्रतिभाग किया और अपने-अपने विचार व्यक्त किये।
मौलाना सऊदुल हसन नदवी ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हूए कहा कि ज़रूरत है कि आज प्रेम का एक ऐसा कारवां तैयार किया जाय जो नफ़रत का दम घोंट दे और इंसानियत को ज़िन्दगी दे दे, इसलिए ज़रूरी है कि हर देश वासियो से मिला जाय,उनके दुःख-दर्द को सुना जाय और उन्हें अपना भाई माना जाय। इसी सोच को लेकर ऑल इंडिया पयामे इंसानियत फोरम गाज़ीपुर यूनिट ने मानवता की सेवा को अपना परम् उद्देश्य बनाया ताकि देश में सौहार्द और मानवता की ठंडी हवा चलाई जा सके।
क़ाज़ी फरीद आलम ने कहा आज मानव समाज की सबसे बड़ी नेमत मानवता है,अगर किसी को ये मिल गई तो वह समाज का सबसे धनी और सुखी व्यक्ति माना जायेगा।
अतः हमें चाहिए कि हम हर किसी के दुःख दर्द में काम आएं,भाईचारे को बढ़ावा देने के लिए एक दूसरे से मिलें और दूसरे के घर आना जाना करें।
महिला पीजी कॉलेज के प्रोफेसर शांतनु राम ने कहा कि वर्तमान में जबकि मानवता संकट में है तो ज़रूरत है कि समाज के मध्य जाकर उनमें मानवता का संचार किया जाय और उनके दुःख-दर्द में शामिल हुआ जाय और उन्हें बताया जाय कि तुम हमारे भाई हो और भाई ही भाई के काम आता है। आगे उन्होंने कहा कि आज समाज के युवाओं में एजुकेशन की बड़ी समस्या है उसके निराकरण के लिए हमें प्रयास करने चाहिए।
महिला डिग्री कॉलेज के प्रोफेसर अकबरे आज़म ने कहा कि इंसानियत ऐसा शब्द है कि जिसपर समस्त मानव समाज को एकजुट किया जा सकता है, आज समाज में जो विघटन है उसे दूर करने के लिये मानवता के कार्यों से समाज को जोड़ना ज़रूरी है। भारत का संविधान भी हमें बंधुता पर आगे बढ़ने को प्रेरित करता है।
व्यापार मंडल के महामंत्री अच्छेलाल कुशवाहा ने कहा कि सद्भावना को कामयाबी हासिल करने के लिये मानवता का हाथ थामना होगा और उसके लिए गाँव-गाँव जाना होगा।
नया सवेरा फाउंडेशन के महासचिव तारिक़ अब्बासी ने कहा कि समाज को जोड़ने वाले ऐसे कार्यकर्मों से लोगों में प्रेम और भाईचारे का अंकुर फूटता है जिसे सौहार्द की खाद-पानी देते रहना होगा और सम्भव हो तो हर माह इसी तरह की संवाद बैठक का आयोजन होना चाहिए ताकि इस कार्यक्रम से समाज के अन्य वर्ग को जोड़ा जा सके।
आयोजक नजमुस्साकिब अब्बासी ने कहा कि ज़रूरत है कि आज इंसानियत का हाथ थामा जाये, और उनके दुःख-दर्द को सुना जाय और संवाद स्थापित करके उनकी समस्या का निराकरण किया जाय।
सम्यक युवा मंच के संयोजक अखिलेश मौर्या ने कहा कि इस तरह के प्रोग्राम को निरंतरता के साथ करने की ज़रूरत है ताकि सद्भावना का माहौल बनाया जा सके।
आबिद हुसैन ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में उन युवाओं को गाइड करने की ज़रूरत है जो उच्च शिक्षा प्राप्त करने जा रहे हैं।
शाहनवाज सिद्दीकी ने कहा कि स्कील डेवलपमेंट में भी युवाओं को मार्गदर्शन देने की अति आवश्यकता है कि कौन सा हुनर मौजूदा दौर में काम आने वाला है।
सम्यक युवा मंच के महामंत्री हिमांशु मौर्या ने कहा कि आज जिस तरह से युवा पीढ़ी के बीच संपर्क और संवाद घटता जा रहा है और प्रचार माध्यमों से युवाओं में वैमनस्यता फैलाई जा रही है, इससे भविष्य में मुहब्बत घटेगी और नफरत बढ़ेगी जो समाज के लिए ठीक नहीं है।
सौहार्द साथी मृत्युयंजय राय ने कहा कि समाज सुधार के लिए स्वयं में बदलाव ज़रूरी है, हमारी नैतिकता ही समाज को नैतिक मूल्यों के प्रति जागरूक करेगी और समाज को प्रेरित करेगी।
सौहार्द साथी अमित राय ने कहा कि समाज हमसे बनता है, हम सही बन गए तो अच्छे समाज की बुनियाद डालने से कोई नहीं रोक सकता।
व्यापार मंडल बहादुरगंज के अध्यक्ष ज़फर अक़ील ने कहा कि समाज में विसंगति को दूर करने के लिए मानवता का होना बहुत ज़रूरी है,मानवता को मज़बूती देना हम सबका कर्तव्य है।
सौहार्द साथी अमित गुप्ता ने कहा कि मानवता की ज़रूरत हमें क़दम क़दम पर है,जब समाज में मानवता आएगी तो समाज को खुशहाल बनाना आसान होगा।
क़ुतुबुद्दीन सिद्दीकी ने कहा कि आज का कार्यक्रम बड़ी उम्मीद जगाता है और हमें इस उम्मीद को यक़ीन में बदलना चाहिए।
अरमान अंसारी ने कहा कि ऐसी ये संवाद कार्यक्रम उम्मीद जगाता है,भविष्य में इसपर फिर चर्चा की जाएगी ताकि इंसानियत का कारवां आगे बढ़े।
अब्दुस्समद सिद्दीकी ने कहा कि भविष्य में आगे भी इसपर बैठकर इंसानियत को बढ़ावा देने की कोशिश होगी।
कार्यक्रम के मध्य में शमशाद अंसारी ने मानवता पर गीत बढ़ा और अंत में कार्यक्रम संयोजक नजमुस्साकिब अब्बासी ने आए हुए सभी अथिति गण का आभार व्यक्त किया।
इस प्रोग्राम में क़ुतुबुद्दीन सिद्दीकी,अब्दुस्समद सिद्दीकी विमलेश सिंह,मुईनुद्दीन राईनी,गंगाराम कुशवाहा, अनिल आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किये।
इस अवसर पर ज़फर, संजय,माथुर,फहीम सिद्दीकी आदि मौजूद थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता कॉमरेड मोती प्रधान और संचालन नजमुस्साकिब अब्बासी ने की।