भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान के सहयोग से उच्च शिक्षा विभाग की देवभूमि उद्यमिता योजना ने विद्यार्थी उद्यमिता के मॉडल के साथ क्रांतिकारी परिवर्तन किया है।- डॉ. धन सिंह रावत
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भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान के सहयोग से उच्च शिक्षा विभाग की देवभूमि उद्यमिता योजना ने विद्यार्थी उद्यमिता के मॉडल के साथ क्रांतिकारी परिवर्तन किया है।- डॉ. धन सिंह रावत
उच्च शिक्षा विभाग अंतर्गत देवभूमि उद्यमिता विकास संस्थान की स्थापना की जाएगी – डॉ. धन सिंह रावत
युवाओं को उद्यम से जोड़कर विकसित भारत के संकल्प और लक्ष्य को 2047 से पूर्व प्राप्त कर लेंगे- डॉ. धन सिंह रावत
आध्यात्मिकता और विकास का मॉडल खड़ा कर रहा है उत्तराखण्ड – डॉ. धन सिंह रावत
गुजरात और उत्तराखण्ड के मध्य होगा स्टूडेंट और टीचर्स एक्सचेंज प्रोग्राम – डॉ. रावत
विकसित समाज के लिए नॉलेज इकॉनमी और इनोवेटिव सोसाइटी आवश्यक- डॉ. रंजीत कुमार सिन्हा
बिजनेस आइडिया को विश्वास, कौशल और जुनून के साथ ही उद्यमिता में बदला जा सकता है- डॉ. रंजीत कुमार सिन्हा
समस्याएं विचार, समाधान और स्टार्ट अप के लिए अवसर प्रदान करती हैं- डॉ. रंजीत कुमार सिन्हा
कोई भी आइडिया छोटा या बड़ा नहीं होता, उसमें विश्वास करने की आवश्यकता है – प्रकाश वरमोरा
उद्यमिता के इकोसिस्टम विकास और समृद्ध भारत के निर्माण के लिए राज्य को हर संभव सहायता के लिए तैयार है EDII – डॉ. सुनील शुक्ला
समिट से पूर्व 50 स्टार्ट अप इकाइयों की प्रदर्शनी का उद्घाटन भी मंत्री उच्च शिक्षा डॉ. धन सिंह रावत, डॉ. रंजीत कुमार सिन्हा सहित अन्य अतिथियों द्वारा किया गया। इसमें देवभूमि उद्यमिता योजना अंतर्गत मेंटर्ड और विकसित उत्तराखण्ड से पांच स्टार्ट अप द्वारा भी प्रतिभाग किया गया।
अहमदाबाद। आज भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान अहमदाबाद में आयोजित इंप्रेसारिओ 2025 में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान के सहयोग से उच्च शिक्षा विभाग की देवभूमि उद्यमिता योजना ने विद्यार्थी उद्यमिता के मॉडल के साथ क्रांतिकारी परिवर्तन किया है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों की ऊर्जा को सकारात्मक दिशा देने हेतु राज्य में उच्च शिक्षा विभाग अंतर्गत देवभूमि उद्यमिता विकास संस्थान की स्थापना की जाएगी।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 उद्यमिता और स्व रोजगार पर जोर देती है जिसके लिए राज्य ने EDII की सहायता से संचालित देवभूमि उद्यमिता योजना के माध्यम से देश के लिए एक मॉडल खड़ा किया है।
विगत डेढ़ वर्ष में ही छात्रों ने 700 से ज्यादा प्रोडक्ट बना कर उसे बाजार में उतार दिया है जो अपने आप में इसके प्रति उत्साह और सफलता को दर्शाता है। उद्यमिता, नवाचार, शोध कार्यों और रोजगार सृजन के क्षेत्र में EDII द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर महत्वपूर्ण कार्य किए जा रहे हैं।उन्होंने कहा कि यह सफलता हमें विश्वास दिलाती है कि युवाओं को उद्यम से जोड़कर विकसित भारत के संकल्प और लक्ष्य को 2047 से पूर्व प्राप्त कर लेंगे। उन्होंने कहा कि आध्यात्मिकता और विकास का मॉडल खड़ा कर रहा है उत्तराखण्ड । उन्होंने कहा कि गुजरात और उत्तराखण्ड के मध्य सहयोग को और सुदृढ़ करने के लिए एक भारत श्रेष्ठ भारत की संकल्पना के अनुरूप स्टूडेंट और टीचर्स एक्सचेंज प्रोग्राम किया जाएगा।
इस स्टार्ट अप समिट में विशिष्ट अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए डॉ. रंजीत कुमार सिन्हा ने कहा कि विकसित समाज के लिए नॉलेज इकॉनमी और इनोवेटिव सोसाइटी आवश्यक है। उन्होंने कहा कि बिजनेस आइडिया को विश्वास, कौशल और जुनून के साथ ही उद्यमिता में बदला जा सकता है।
डॉ. सिन्हा ने कहा कि समस्याएं विचार, समाधान और स्टार्ट अप के लिए अवसर प्रदान करती हैं।
समिट में विशिष्ट अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए विधायक सुरेंद्रनगर और उद्यमी श्री प्रकाश वरमोरा ने कहा कि कोई भी आइडिया छोटा या बड़ा नहीं होता, उसमें विश्वास करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि विकास के सामाजिक उत्तरदायित्व और मूल्य भी आवश्यक है। उन्होने कहा कि व्यक्ति के लिए प्रसन्न रहना सबसे आवश्यक है ।
भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान के महानिदेशक डॉ. सुनील शुक्ला ने डॉ. रावत सहित अन्य गणमान्य अतिथियों और उत्तराखण्ड की टीम का स्वागत करते हुए कहा किउद्यमिता के इकोसिस्टम विकास और समृद्ध भारत के निर्माण के लिए राज्य को हर संभव सहायता के लिए EDII हमेशा तैयार है। उन्होंने राज्य सरकार के सहयोग के लिए और देवभूमि उद्यमिता संस्थान निर्माण के लिए मंत्री जी की घोषणा के प्रति आभार जताया।
इंप्रेसरियो समिट में उत्तराखण्ड राज्य के उच्च शिक्षा विभाग से संयुक्त सचिव श्री सत्य प्रकाश सिंह, सहायक निदेशक एवं नोडल अधिकारी देव भूमि उद्यमिता योजना डॉ. दीपक कुमार पाण्डेय, तकनीकी शिक्षा विभाग से डॉ. राजेश उपाध्याय, डॉ. मुकेश पाण्डेय सहित निदेशक उच्च एवं तकनीकी शिक्षा श्री दिनेश गुराव, ज्वाइंट कमिश्नर उद्योग आर डी बरहट, ई डी आई आई से डॉ. अमित द्विवेदी, डॉ. सत्या आचार्य एवं अन्य समस्त अधिकारी उपस्थित थे।