संसदीय मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल का इस्तीफा,क्या है ग्राउंड
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संसदीय मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल का इस्तीफा,क्या है ग्राउंड
विधानसभा बजट सत्र के दौरान संसदीय कार्य मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने विधानसभा में प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्र और मैदाने को लेकर जो बयान दिया
उसे प्रदेश की सियासत में भूचाल आ गया
उसके बाद प्रदेश की सियासत में भूचाल देखने को मिला संसदीय कार्य मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने उसे बयान के बाद खेद भी व्यक्त किया और उन्होंने कहा कि उनकी मंशा ऐसे नहीं थी मगर उनके बयान को जिस तरह से तोड़ मरोड़ कर पेश करने किया गया।
प्रेमचंद अग्रवाल आज रामपुर तिराहा पहुंचे जहां पर उन्होंने अपनी पत्नी के साथ उत्तराखंड के शहीदों को श्रद्धांजलि दी इसके बाद शाम को 5:30 बजे अपने कार्यालय पहुंचे उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस का ऐलान किया मीडिया की मौजूदगी में उन्होंने इस बात का जिक्र किया कि किस तरह से उत्तराखंड के राज्य निर्माण के दौरान उन्होंने अपनी भूमिका निभाई थी और भारी संख्या में अपने समर्थकों के साथ उन्होंने आंदोलन किया था ।
उन्होंने मुजफ्फरनगर कांड का भी जिक्र किया कि उन्होंने उत्तराखंड निर्माण के लिए काम किया जब अगर उन्हें पुलिस पकड़ती तो उनका एनकाउंटर भी कर सकती थी और उनके खिलाफ NSA भी लगा सकती थी.
इसी तरह से उन्होंने मसूरी का भी जिक्र किया कि मसूरी गोलीकांड के दौरान भी वहां जाकर के घायलों को बचाने का भी काम किया था
शाम 5:30 बजे प्रेस कांफ्रेंस के दौरान शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल भावुक खोकर रो पड़े और उन्होंने कहा कि अब वह अपने पद से इस्तीफा देने जा रहे हैं
बिना मीडिया का सवाल लिए ही शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल मुख्यमंत्री कार्यालय पहुंच गए और वहां जाकर के उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को अपना इस्तीफा सौंप दिया मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शहरी विकास मंत्री का इस्तीफा दिया
10 मिनट के भीतर ही शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल अपने सरकारी आवास पहुंच गए मगर मीडिया से उन्होंने बातचीत नहीं की उनकी स्थिति की, खबर से उनके समर्थक भी उनके घर पहुंचने लगे धीरे-धीरे समर्थकों का जमावड़ा उनके आवास पर हो गया। मगर इस बात का उन्होंने खुलासा नहीं किया कि आखिर में उन्होंने इस्तीफा क्यों दिया इस बात का फिलहाल मीडिया को कोई जवाब नहीं दिया।