हर्षोल्लास के साथ मनाया गया संविधान दिवस
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*हर्षोल्लास के साथ मनाया गया संविधान दिवस*
*संविधान को जानने मानने और जीने की जरूरत۔योगेंद्रनाथ राय*
*प्रस्तावना में ही निहित है संविधान का सार ۔जफर अकील*
*संविधान नागरिकों के अधिकार का संरक्षक۔राम शबद राय*
बहादुरगंज गाजीपुर – संविधान दिवस के अवसर नगर पंचायत बहादुरगंज के नकुल लाइब्रेरी पुरानीगंज में राम शबद राय की अध्यक्षता में संविधान दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर किया गया। तत्पश्चात समावेशी साथी जफर अकील ने संविधान दिवस को आयोजित करने के उद्देश्यों पर चर्चा करते हुए इसको जानने मानने और जीने के सिद्धांत पर अमल करने की अपील की गई तत्पश्चात लोगों को संविधान दिवस 26 नवम्बर 2024 के अवसर पर संविधान की उद्देशिका की शपथ दिलाई गई कि हम भारत के लोग, भारत को एक (सम्पूर्ण प्रभुत्व-सम्पन्न समाजवादी पंथनिरपेक्ष लोकतंत्रात्मक गणराज्य) बनाने के लिए, तथा उसके समस्त नागरिकों को सामाजिक, आर्थिक और राजनैतिक न्याय, विचार, अभिव्यक्ति, विश्वास, धर्म और उपासना की स्वतंत्रता, प्रतिष्ठिा और अवसर की समता प्राप्त कराने के लिए, तथा उन सब में व्यक्ति की गरिमा और (राष्ट्र की एकता और अखण्डता) सुनिश्चित करने वाली बंधुता बढ़ाने के लिए दृढ़संकल्प होकर अपनी इस संविधान सभा में आज तारीख 26 नवम्बर, 1949 ई० (मिति मार्गशीर्ष शुक्ला सप्तमी, संवत् दो हजार छह विक्रमी) को एतदद्वारा इस संविधान को अंगीकृत,अधिनियमित और आत्मार्पित करते हैं। इसके उपरान्त शपथ दिलाई गयी। जिसमें शपथ ली गई कि हम सत्य निष्ठा से प्रतिज्ञा करते हैं कि भारत के संविधान में दिए गए मूल कर्तव्यों का पालन करेंगे। संवैधानिक आदर्शों, संस्थाओं, राष्ट्रध्वज व राष्ट्रीय प्रतीकों का आदर करेंगे। देश की संप्रभुता अखण्डता की रक्षा करेंगे, महिलाओं का सम्मान करेंगे, हिंसा से दूर रहकर बंधुता बढ़ाएगें। सामाजिक संस्कृति का संवर्द्धन व पर्यावरण का संरक्षण करेंगे, वैज्ञानिक दृष्टिकोण का विकास करेंगे, सार्वजनिक सम्पत्ति की रक्षा करेंगे, व्यक्तिगत व सामूहिक गतिविधि में उत्कृष्टता बढ़ाएगें, सबको शिक्षा के अवसर प्रदान करेंगे एवं स्वतंत्रता आन्दोलन के आदर्शों को बढ़ावा देंगे।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए राम शबद राय ने संविधान को बनाने के समय पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संविधान निर्माताओं ने अपनी अथक मेहनत और प्रयास से संविधान का निर्माण करने में अपना अविस्मरणीय योगदान दिया, और विषम परिस्थितियों में अपने लक्ष्य से विचलित नहीं हुए परिस्थितयां होने पर भी डॉ.भीमराव अम्बेडकर की अध्यक्षता व समिति के सदस्यों द्वारा श्रेष्ठ, स्वतंत्र, निष्पक्ष संविधान को बनाने का महान कार्य किया गया।
वहीं पर समाजसेवी योगेंद्रनाथ राय ने कहा कि हमें भारत के संविधान पर गर्व है और यह को सभी को होना भी चाहिए। संविधान की उद्देशिका, भारत के संविधान की आत्मा है। इसके शब्दों में पूर्ण संविधान का सार है, यदि हमने संविधान की उद्देशिका को अंगीकृत और आत्मार्पित करते हैं तो समझ लिजिए की हमने पूर्ण संविधान को ही अंगीकृत कर लिया है। संविधान की उद्देशिका के प्रत्येक शब्द का विस्तार से वर्णन करते हुए बहुत ही बारिकी और गम्भीरता से समझाया, उन्होने कहा कि संविधान हर प्राणी के लिए समभाव रखता है। सभी को सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय दिलाता है। सभी को अपने विचारों की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता देता है, सभी को अवसर और प्रतिष्ठा की समता देता है, हमें अपने संविधान पर गर्व है और मैं आप सभी को संविधान दिवस की हार्दिक बधाई देता है।
इस अवसर पर कार्यक्रम में आने वाले सभी लोगों का जफर अकील ने आभार प्रकट करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया।
इस अवसर पर राम शबद राय,मुमताज शाह,पंकज यादव,नौशाद अहमद, रामचन्द्र प्रसाद,बेलाल खान, आदर्श गुप्ता,सूफियान अंसारी, शिवम शर्मा,मोहम्मद अमन,विवेक यादव,मोहम्मद आरिफ, ओमप्रकाश, नेयाज अहमद, सूर्यदेव साहनी,मोहम्मद हाशिम, विष्णु साहनी,दानिश जमाल,निकेश यादव, जमीर अली, कृष्णा गुप्ता,कैफ अंसारी,कुमार गौरव, फजलुर्रहमान, रुखसार,सलोनी जायसवाल इत्यादि लोग उपस्थित रहे।