व्यायाम शिक्षक राकेश बिष्ट के तबादले भावुक हुए छात्र-छात्राएं, विदाई में शामिल हुए गांव वासी
1 min readसरकारी शिक्षक के स्थानांतरण पर सभी लोग हुए भावुक
बच्चें हुए भावुक
8 वर्षों से न्याय पंचायत बूरा के इंटर कॉलेज बूरा में व्यायाम शिक्षक दे रहे थे अपनी सेवा
By सोहन सिंह चमोली
जब शिक्षक की विदाई हुई तो विद्यालय में विदाई समारोह का आयोजन किया गया तो सभी बच्चे और गांव के लोग खासकर बुजुर्ग रोने लगे इस विदाई पल को शिक्षक भी नहीं रोक पाए और फफककर आंसू निकलने लगे काश !ऐसे शिक्षक सभी विद्यालयों में होते तो शिक्षा की दशा कुछ और ही होती।
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खेल के प्रति बच्चों में खेल की रूचि के लिए भागीरथ प्रयास कर रहे थे बहुत ही सराहनीय था जिसकी छात्र-छात्राओं के साथ स्थानीय लोगों ने भी भूरी भूरी प्रसंशा की।
आखिर कौन है यह शिक्षक?
सीमांत जनपद चमोली, के नंदानगर के बूरा इंटर कॉलेज में व्यायाम शिक्षक राकेश बिष्ट अपनी सेवाएं विगत 8 वर्षों से विद्यालय में दे रहे थे अचानक उनका पारस्परिक स्थानांतरण हो गया जबकि ग ग्राम प्रधान क्षेत्र पंचायत और संपूर्ण जनता लगभग पांच गांव वाले उनके स्थानांतरण को रोकने के लिए भी गए थे शासकीय कार्य है तो जाना पड़ता है।
क्यों है लोकप्रिय ?
व्यायाम शिक्षक राकेश बिष्ट जिस भी कार्य में जुटते हैं उस कार्य को बड़े तन्मयता और ईमानदारी से करते हैं चाहे खेल हो या चाहे शिक्षण कार्य अपनी छाप छोड़ी है।
उपलब्धि
1. मुख्यमंत्री उद्दीयमान खिलाड़ी योजना में सन 2021में 8 बच्चों का सलेशन सन 2022में 4 बच्चों का सिलेक्शन हुआ कुल मिलाकर 12 बच्चों को इस योजना का लाभ मिला।
2. स्कूली रैली में भी लगातार दो बार अंडर 14 की एक बालिका कबड्डी में राज्य स्तर तक गई।
3. खेल महाकुंभ में न्याय पंचायत स्तर, ब्लॉक स्तर,जनपद स्तर तक इन्होंने अपने कई बच्चों का सलेक्शन हुआ लेकिन राज्य स्तर तक इनके अंडर 14 बालिका कबड्डी में दो बार राज्य स्तर तक गई साथ ही खो-खो में भी लगातार दो बार अंडर 14 बालक का राज्य स्तर गया
इसके साथ-साथ जब इस शिक्षक से यह पूछा गया कि आप इसके अलावा विद्यालय के लिए क्या योगदान देते हैं तो उनका कहना है कि प्रवक्ता अर्थशास्त्र का पद खाली होने के कारण इस विषय को पढ़ाया है और हमेशा ही साथ प्रतिशत रिजल्ट दिया है यह उनकी विशेष उपलब्धि है।
उनका यह भी कहना है कि बच्चे ही मेरे संसार है और यह बच्चे ही मेरे लिए धन है और इस धन से ही मेरी पहचान है।