South Asia 24×7 का मतलब पक्की खबर, देश और जहान की ताजातरीन खबरें,पत्रकारिता की नई आधारशिला, निष्पक्षता और पारदर्शिता अब, South Asia 24×7 पर खबर ग्राउंड जीरो से, मंझे हुए संवाददाताओं के साथ,हर जन मुद्दे पर, सीधा सवाल सरकार से ,सिर्फ South Asia 24 ×7 पर,पत्रकारिता की मजबूती के लिए जुड़िए हमारे साथ, South Asia 24×7 के यूट्यूब चैनल,फेसबुक और ट्विटर पर क्योंकि हम करते है बात मुद्दे की

South Asia24x7

Hindi News, Breaking News in Hindi, हिंदी न्यूज़ , Hindi Samachar, हिंदी समाचार, Latest News in Hindi,South Asia24x7

सब-स्टेषनों की रियल टाइम मॉनिटरिंग से खत्म होगी ट्रिपिंग की समस्या

1 min read

सब-स्टेषनों की रियल टाइम मॉनिटरिंग से खत्म होगी ट्रिपिंग की समस्या

ब्यूरो रिपोर्ट

प्रबन्ध निदेषक के मार्गदर्षन एवं प्रयासों द्वारा यूपीसीएल विभिन्न योजनाओं के तहत विद्युत वितरण तंत्र को और अधिक सुदृढ़ एवं आधुनिक बनाने हेतु प्रयासरत है। इसी क्रम में उत्तराखण्ड पावर कारपोरेषन लि0 द्वारा आर0डी0एस0एस0 योजना के अन्तर्गत प्रदेष भर मंे 215 नग उपसंस्थानों पर त्मंस ज्पउम क्ंजं ।बुनपेपजपवद ैलेजमउ ;त्ज्.क्।ैद्ध नियंत्रण प्रणाली की स्थापना का कार्य किया जा रहा है। त्ज्.क्।ै प्रणाली प्रदेष भर के उपसंस्थानों जिनके अन्तर्गत 25 हजार से कम जनसंख्या वाले क्षेत्र आते हैं पर स्थापित किया जायेगा।

वर्तमान तक योजनान्तर्गत प्रदेष भर में कुल 162 उपसंस्थानों पर प्रणाली की स्थापना की जा चुकी है जिनमें मुख्यतः रानीपोखरी, जौलीग्रांट, नकोट, पंतनगर, गैरसंेण, चोपता, उखीमठ, अस्कोट, अगस्तमुनी, रोषनाबाद, लालतप्पड़, सेलाकूई, चिपलघाट, रायवाला एवं चाकीसैंण आदि क्षेत्र षामिल हैं तथा षेश उपसंस्थानों पर आगामी माहों में पैनल बदलने का कार्य कर चरणबद्ध तरीके से त्ज्.क्।ै प्रणाली की स्थापना का कार्य किया जायेगा। साथ ही पूर्व में भी यूपीसीएल द्वारा आईपीडीएस योजना के अन्तर्गत प्रदेष भर के 66 षहरों के 106 उपसंस्थानों पर ;त्ज्.क्।ैद्ध नियंत्रण प्रणाली का उपयोग किया जा रहा है।

जिसके चलते वर्तमान में यूपीसीएल के कुल 268 उपसंस्थानों मंे त्ज्.क्।ै प्रणाली की स्थापना से हाईटेक हुये हैं।
प्रबन्ध निदेषक महोदय द्वारा अवगत कराया गया कि त्ज्.क्।ै नियंत्रण प्रणाली के सफलतापूर्वक क्रियान्वयन के पष्चात् सभी उपसंस्थानों की रियल टाईम आधार पर मॉनिटरिंग जा सकेगी जिससे विद्युत बाधित समय कम करने में काफी सफलता प्राप्त होगी। इसके अलावा उपसंस्थानों में स्थापित ब्रेकर्स की ज्तपचचपदह की संख्या के आधार पर समय से ब्रेकर्स का अनुरक्षण कर आपात स्थिति में विद्युत व्यवधान की सम्भावना से से भी बचा जा सकता है।

त्ज्.क्।ै के माध्यम से एकत्रित सूचना रियल टाइम आधार पर छंजपवदंस च्वूमत च्वतजंस पर प्रेशित करते हुए नोडल एजेंसी (मै0 पी0एफ0सी0) को दी जाती है। त्ज्.क्।ै को कॉल सेण्टर से इन्टीग्रेटेेड किया गया है जिसके तहत ब्नेजवउमत ैमतअपबम त्मचतमेमदजंजपअम ;ब्ैत्द्ध को फीडर आउटेज की जानकारी मिलने से उपभोक्ताओं को विद्युत बाधित होने की सटीक जानकारी उपलब्ध कराने में मदद मिलती है।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!