Mega startup summit Dehradun देवभूमि उद्यमिता योजना के तहत मेगा स्टार्टअप समिट का आयोजन, छात्र उद्यमियों की शानदार प्रस्तुति
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देवभूमि उद्यमिता योजना के तहत मेगा स्टार्टअप समिट का आयोजन, छात्र उद्यमियों की शानदार प्रस्तुति
मेगा स्टार्टअप समिट में छात्र उद्यमियों की शानदार प्रस्तुति, मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने समिट का किया उद्घाटन
दून विश्वविद्यालय में देवभूमि उद्यमिता योजना के तहत मेगा स्टार्टअप समिट का आयोजन – 600 से अधिक युवाओं ने किया प्रतिभाग
ब्यूरो रिपोर्ट
समृद्ध उत्तराखंड के लिए युवाओं और उच्च शिक्षण संस्थाओं की भूमिका सर्वाधिक महत्वपूर्ण- पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री
उच्च शिक्षण संस्थानों में नव्सचार और उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए देवभूमि उद्यमिता योजना कर रही महत्वपूर्ण कार्य- डॉ धन सिंह रावत, शिक्षा मंत्री
मेगा स्टार्टअप समिट में राज्य भर के 75 से अधिक उद्यमियों के स्टाल
छात्र उद्यमियों के 350 से अधिक उत्पादों का प्रदर्शन
• छात्र उद्यमियों के उत्पादों का मुख्य सचिव ने किया उद्घाटन
• समिट के दौरान विभिन्न संस्थानों के साथ 6 समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर
• राज्य के 10 उच्च शिक्षण संस्थानों को सेंटर आफ एक्सीलेंस अवार्ड
• राजकीय महाविद्यालयों, विश्वविद्यालयों के छात्रों के नवाचारी विचारों को 75000 का सीड फंड अवार्ड
• दो दिनों तक चलेगा मेगा स्टार्टअप समिट
• राज्य में पहली बार छात्र उद्यमियों के लिए आयोजित हुआ स्टार्ट समिट
देहरादून, 12 फरवरी 2025: देवभूमि उद्यमिता योजना के तहत आज दून विश्वविद्यालय परिसर में भव्य मेगा स्टार्टअप समिट का आयोजन किया गया। इस समिट में पूरे राज्य के 75 से अधिक छात्र उद्यमियों ने अपने रचनात्मक उत्पादों और व्यवसायिक मॉडलों का प्रदर्शन किया। इसके साथ ही 600 से अधिक छात्रों एवं युवाओं ने इस समिट में प्रतिभाग किया।
देवभूमि उद्यमिता योजना के अंतर्गत प्रशिक्षित उद्यमियों के केंद्रीय रूप से प्रदर्शित उत्पादों का अनावरण किया।
इस मौके पर उन्होंने प्रत्येक स्टॉल का दौरा किया और छात्र उद्यमियों से बातचीत कर उनके प्रयासों को सराहा। उन्होंने छात्रों को बधाई देते हुए कहा कि राज्य में उद्यमशीलता को लेकर आ रहे मानसिकता में बदलाव को देखना बेहद उत्साहजनक है।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने इस समिट को वर्चुअली संबोधित किया। उन्होंने कहा कि “उद्यमशीलता राज्य के आर्थिक विकास का आधार बन सकती है और देवभूमि उद्यमिता योजना इसके लिए एक प्रभावी मंच प्रदान कर रही है। इसके साथ ही उन्हओने कहा कि यह योजना इस लिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि समृद्ध उत्तराखंड के लिए युवाओं की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है।
मेगा स्टार्टअप समिट के इस अवसर पर एक प्रेसित संदेश के माध्यम से राज्य के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने सेंटर ऑफ एक्ससिलेन्स अवार्ड प्राप्त करने वाले राज्य के 10 उच्च शिक्षण संस्थानों को बधाई दी। उन्होंने विश्वास जताया कि सेंटर ऑफ एक्ससिलेन्स बनने से ये शिक्षण संस्थान अपने कोर एरिया में नवाचार और उद्यमिता के वाहक बनेगे। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि देवभूमु उद्यमिता योजना नवाचार और उद्यमिता के लिए कर रही महत्वपूर्ण कार्य कर रही है।
इस मेगा स्टार्टअप समिट में देवभूमि उद्यमिता योजना के अंतर्गत प्रशिक्षित 75 से अधिक छात्र-छात्राओं ने अपने स्टॉल लगाए और अपने उत्पादों का प्रदर्शन किया। इन छात्र उद्यमियों में बिच्छू घास से चाय बनाने वाली साधना रतूड़ी, पहाड़ी फलों जैसे माल्टा, बुरांश इत्यादि के रेडी टू ड्रिंक उत्पाद बनाने वाले दीपक सिंह नेगी सहित चीड़ की पत्तियों का उपयोग कर पाइन कोल बनाने वाली छात्रा…..आकर्षण का केंद्र रहे। इस मेगा स्टार्टअप समिट में पूरे राज्य से छात्र और छात्राएं आए हैं।
इस मेगा स्टार्टअप समिट के अवसर पर डॉ. रंजीत कुमार सिन्हा, सचिव, उच्च शिक्षा ने अपने संबोधन में छात्र उद्यमियों को बधाई दी और राज्य के 10 उच्च शिक्षण संस्थानों को ‘सेंटर ऑफ एक्सीलेंस’ का प्रमाण पत्र प्रदान किया। इसके साथ ही उन्होंने चयनित छात्र उद्यमियों को 75,000 रुपये के सीड फंड अनुदान का चेक भी दिया जो इन नवाचारी छात्र -छात्राओं को उनके आइडिया को धरातल पर उतारने के लिए दिया गया है।
डॉ. सुनील शुक्ला, महानिदेशक, भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान, अहमदाबाद ने कह कि “देवभूमि उद्यमिता योजना ने राज्य में स्टार्टअप संस्कृति को मजबूत करने का कार्य किया है। इस पहल से युवाओं में आत्मनिर्भरता की भावना विकसित हो रही है, जो राज्य की प्रगति के लिए महत्वपूर्ण है।”
शैलेश बगौली, सचिव, मुख्यमंत्री ने देवभूमि उद्यमिता योजना को राज्य में उद्यमिता और आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ा कदम बताया और कहा कि, “राज्य में स्टार्टअप इकोसिस्टम को बढ़ावा देने के लिए सरकार हर संभव सहयोग प्रदान कर रही है। छात्र उद्यमियों की यह पहल उनके उज्जवल भविष्य की ओर एक सकारात्मक कदम है।”
मंच पर मौजूद दून विश्वविद्यालय की कुलपति, डॉ. सुरेखा डंगवाल ने मेगा स्टार्ट अप समिट को एक प्रदेश में नवाचार और उद्यमिता की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम बताया और कहा कि ऐसे प्रयासों से
शिक्षण संस्थान शिक्षण और अनुसंधान तक सीमित न रहकर नवाचार और उद्यमशीलता के केंद्र बनेंगे।
इस मेगा स्टार्टअप समिट के दौरान 6 महत्वपूर्ण समझौते (MoUs) भी हुए। उच्च शिक्षा विभाग, उत्तराखण्ड सरकार ने भारतीय विज्ञान संस्थान, बेंगलुरू, फीड, आईआईएम काशीपुर, जोहो कार्पोरेशन तथा टाइड, आईआईटी रूड़की तथा वीर चंद्र सिंह गढ़वाली उत्तराखण्ड यूनिवर्सिटी आफ हॉर्टीकल्चर एवं फॉरेस्ट्री भरसार के पांच समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान, अहमदाबाद ने उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया। इन समझौता ज्ञापनों के होने से विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग के मजबूत होने और स्टार्टअप को बढ़ावा देंने में मदद मिलेगी।