Nepal protest नेपाल में गोलाबारी प्रदर्शनकारियों की मौत के बाद सोशल मीडिया बहाल
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Nepal protest नेपाल में गोलाबारी प्रदर्शनकारियों की मौत के बाद सोशल मीडिया बहाल
ब्यूरो नेपाल
Genz nepal सोशल मीडिया पर वैन के बाद और नेपाल की संसद को युवाओं ने घेर लिया हजारों की संख्या में आई युवाओं ने नेपाली संसद में घुसने की कोशिश की नेपाल सेना ने मोर्चा संभाल लिया है लगातार तनाव की स्थिति बनी हुई है बताया जा रहा है कि सरकार ने भारी तनाव के बीच सोशल मीडिया को बहाल कर दिया है ।
नेपाल में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स — जैसे फेसबुक, यूट्यूब, इंस्टाग्राम और एक्स (Twitter) — पर सरकार द्वारा बैन लगाए जाने के फैसले के बाद आज सोमवार, 8 सितंबर 2025 को काठमांडू में युवाओं का भारी विरोध शुरू हुआ। इस बैन का निर्णय ऐसे प्लेटफॉर्म्स द्वारा नेपाल में पंजीकरण नहीं कराने के कारण लिया गया था, जिसके चलते युवा पीढ़ी ने इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला मानते हुए विरोध जताया
Nepal youth protest हमले और संघर्षों के दौरान विरोध-प्रदर्शन हिंसक रूप धारण कर गया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस, वाटर कैनन, रबर बुलेट समेत गोलीबारी का सहारा लिया। प्रदर्शनकारियों ने संसद भवन में घुसने की कोशिश की, जिससे स्थिति काफी तनावपूर्ण हो गई और कर्फ्यू लागू कर दिया गया।
मृत्यु की संख्या को लेकर विभिन्न रिपोर्टों में अंतर है:
Times of India ने 16 लोगों की मौत की सूचना दी है और 42 से अधिक घायल बताए हैं।
The Times of India
Associated Press (AP) के मुताबिक कम से कम 11 प्रदर्शनकर्ताओं की मृत्यु हुई और दर्जनों घायल हुए।
AP News
The Guardian में कम से कम 10 लोगों की मौत की पुष्टि की गई है।
The Guardian
इस तरह, उपलब्ध जानकारी के आधार पर मौतों की संख्या 10 से 16 के बीच रही — लेकिन सबसे व्यापक रिपोर्ट 16 मृत्यु की संख्या को दर्शाती है। सात विरोधी प्रदर्शनकर्ताओं की मौत नेशनल ट्रॉमा सेंटर में, दो सिविल अस्पताल में, दो और केएमसी (Kathmandu Medical College) व त्रिभुवन विश्वविद्यालय टीचिंग हॉस्पिटल में हुई।