ग्लोबल क्लाइमेट समिति ने हरेला पर्व पर किया बड़ा आयोजन; कृषि मंत्री और राज्य मंत्री ने की शिरकत
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ग्लोबल क्लाइमेट समिति ने हरेला पर्व पर किया बड़ा आयोजन; कृषि मंत्री और राज्य मंत्री ने की शिरकत
देहरादून (उत्तराखंड)। 26 जुलाई 2025 को उत्तराखंड के लोक पर्व हरेला के अवसर पर ग्लोबल क्लाइमेट समिति द्वारा एक भव्य जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य आम जनता को ग्लोबल क्लाइमेट चेंज के प्रति जागरूक करना और उन्हें पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रेरित करना था।
समिति अध्यक्ष ने ग्लोबल क्लाइमेट अपनाने पर दिया जोर
कार्यक्रम में समिति के प्रमुख पदाधिकारी मौजूद रहे, जिनमें कार्यकारी अध्यक्ष राजेश कुमार, सचिव राम अनुज, और कोषाध्यक्ष कामिनी त्रिपाठी शामिल थीं।
कार्यकारी अध्यक्ष राजेश कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि दुनिया में ग्लोबल क्लाइमेट चेंज की वजह से कई तरह के बदलाव देखने को मिल रहे हैं। उन्होंने जनता से आह्वान किया कि लोगों को अपने जीवन में ग्लोबल क्लाइमेट के अनुकूल व्यवहार को अपनाना होगा ताकि वे इस वैश्विक चुनौती के प्रति अपना महत्वपूर्ण योगदान दे सकें।

राजेश कुमार (कार्यकारी अध्यक्ष, ग्लोबल क्लाइमेट समिति): “आज का समय मांग करता है कि हम प्रकृति के साथ संतुलन बनाएं। ग्लोबल क्लाइमेट के प्रति योगदान देना केवल जिम्मेदारी नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए एक अनिवार्य आवश्यकता है।”
कृषि मंत्री और दर्जाधारी राज्य मंत्री की उपस्थिति
कार्यक्रम में राज्य के महत्वपूर्ण नेताओं ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
- कृषि मंत्री गणेश जोशी ने ग्लोबल क्लाइमेट समिति के कार्यों की प्रशंसा की और कहा, “समिति ने जिस तरह से काम किया है, वह बहुत ही सराहनीय है। लोगों को फिलहाल पर्यावरण के प्रति सजग रहने की जरूरत है।”
- दर्जा धारी राज्य मंत्री मधु भट्ट भी कार्यक्रम में मौजूद रहीं। उन्होंने हरेला पर्व के सांस्कृतिक महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “हरेला एक उत्तराखंड का लोक पर्व है और इसे व्यापक रूप से मनाने के लिए सभी लोगों का सहयोग जरूरी है।”
भारी संख्या में स्कूली छात्र-छात्राओं ने लिया हिस्सा
कार्यक्रम में भारी संख्या में स्कूली छात्र-छात्राओं की उपस्थिति रही, जो पर्यावरण के प्रति युवा पीढ़ी की जागरूकता को दर्शाती है।
पदाधिकारियों के अलावा, सचिन कुमार, यशराज, विजय कुमार, कामिनी त्रिपाठी, मालिया, संगीता और शिवानी सहित भारी संख्या में स्थानीय लोग और पर्यावरण प्रेमी इस आयोजन में शामिल हुए।
ग्लोबल क्लाइमेट समिति का यह आयोजन हरेला पर्व के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण और जलवायु परिवर्तन पर जागरूकता फैलाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।
