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Big breaking Gonda चार मई के बाद आजीवन रहेंगे चार ग्राम प्रधान, मगर ………

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Big breaking Gonda चार मई के बाद आजीवन रहेंगे चार ग्राम प्रधान, मगर ………

प्रदीप शुक्ला

नगर पंचायत-धानेपुर 

आगामी 4 मई को चार ग्राम पंचायतों की जनता पहली बार अपने मताधिकार का प्रयोग करके नगर पंचायत अध्यक्ष व सभासदोँ का चुनाव करेगी।माना जाता है की विधानसभा की सियासत में धानेपुर किले का द्वार है। इसके बावजूद भी लम्बे अरसे तक कस्बा धानेपुर बुनियादी सुविधाओं से महरूम रहा है।

यहां थाना, विकास खण्ड मुख्यालय, डाकघर, स्वास्थ्य केंद्र, इंटर कॉलेजेस, बीस हजार पार जन संख्या जैसी अहर्ताओं के बावजूद इसे नगर पंचायत नही बनाया जा सका ।

भाजपा से दूसरी बार विधायक चुने गए विनय कुमार द्विवेदी ने कस्बा वासियों की मांग पर शासन को प्रस्ताव भेज कर इसे नगर पंचायत घोषित कराया। जिसमे में ग्राम पंचायत धानेपुर, माधवगंज, मुजेहना, अथवा आंशिक रूप से ग्राम पंचायत खीरभारी को शामिल किया गया है।

नगर पंचायत की घोषणा के बाद इन चार ग्राम पंचायतों से निर्वाचित हुए ग्राम प्रधानों का कार्यकाल स्वतः अल्पायु हो गया। उसके बाद नगर पंचायत अध्यक्ष व सभासदों के चुनाव की बिगुल बजी ही थी कि आरक्षण का पेंच फंस गया और चुनाव हाईकोर्ट के निर्णय पर अटक गया। लम्बे इन्तजार के बाद आरक्षण को हरी झंडी दिखा कर चुनाव कराने की घोषणा की गयी है।

धानेपुर नगर पंचायत अध्यक्ष पद महिला के लिए आरक्षित हुई जिसके बाद कयासों में अचानक बदलाव देखने को मिला। अध्यक्ष पद के लिए सभी दलों से बेहतर कण्डिडेटस की तलाश तेज हो गयी है। अभी तक किसी की पार्टी ने अपना उम्मीदवार घोषित नही किया गया, यहां चार मई को मतदान और 13 को परिणाम घोषित किया जाएगा।

नगर निकाय के इस चुनाव में उन चार ग्राम प्रधानों की मायूसी कैसे खत्म होगी जिनकी कुर्सी चार मई के बाद आजीवन तो रहेगी लेकिन प्रभाव में नही रह जायेगी। उत्तर प्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग की तरफ से चुनाव की घोषणा हो चुकी है।

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