Big news आई मजिस्टेरियल रिपोर्ट ,कैसे हुआ था चमोली करंट हादसा
1 min read![](https://www.southasia24x7.com/wp-content/uploads/2023/07/IMG-20230719-WA0014_copy_320x213.jpg)
![](https://www.southasia24x7.com/wp-content/uploads/2024/07/WhatsApp-Image-2024-07-16-at-10.54.11-PM.jpeg)
आई मजिस्टेरियल रिपोर्ट ,कैसे हुआ था चमोली करंट हादसा
Southasia 24×7
चमोली नमामि गंगे योजना के तहत चल रहे एसटीपी प्लांट में करंट हादसे की मजिस्ट्रियल रिपोर्ट आ चुकी है । रिपोर्ट के मुताबिक चेंज ओवर में शार्ट सर्किट हुआ जिससे कंट्रोल पैनल और मेन पैनल के अर्थ का फाल्ट हो गया निर्धारित मार्ग से अर्थिंग ना मिलने पर अर्थ मैटेलिक स्ट्रक्चर से कनेक्ट हो गया।
इससे एसटीपी के मेन गेट के पास निर्मित लोहे की रेलिंग और अन्य उपकरणों में करंट दौड़ने लगा जो लोग उसके संपर्क में आए वे घायल हो गए। उनकी मृत्यु हो गई ।
इस तरह से करंट लगने की वजह 16 लोगों की मृत्यु हो गई थी मजिस्ट्रियल जांच के मुताबिक एसटीपी प्लांट में एमसीसीबी नहीं लगा था उसके स्थान पर चेंज ओवर बनाया गया था सबसे बड़ी कमी थी एमसीसीबी होने पर करंट को फैलने से रोका जा सकता था।
मजिस्ट्रियल रिपोर्ट के मुताबिक ज्वाइंट वेंचर फर्म के एमओयू समाप्त करने की संस्तुति की गई है। फर्म को उत्तराखंड के साथ पूरे देश में ब्लैक लिस्ट करने शिफारिश की गई है इसी तरह से जमानत के तौर पर ₹1 करोड़ फर्म के करार के वक्त सरकार के पास रखे गए थे उसको भी जब्त करने की सिफारिश की गई है । ज्वाइंट वेंचर कई तरह की अनियमितताएं आई है ।
गोपेश्वर के जल संस्थान की भी भूमिका संदिग्ध पाई गई है विद्युत विभाग के साथ कई अन्य विभागों की भूमिका भी संदिग्ध मिली है साथी मजिस्ट्रियल रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि प्रदेश में एसटीपी के चल रहे प्लांट की सुरक्षा के मद्देनजर विद्युत सुरक्षा ऑडिट कराने की भी जरूरत है।
बताया गया है कि कुल 1937 पेज की रिपोर्ट तैयार की गई है जो शासन को भी मिल चुकी है 39 लोगों के बयान भी लिए गए हैं इस घटना को लेकर देखना है कि अब सरकार किस तरह से कदम उठाती है ?