Doctor molestation देहरादून सरकारी महिला डॉक्टर से ट्रेन में छेड़छाड़ , महिला कांस्टेबल ने नही की मदद ,कब होगा एक्शन
1 min readDoctor molestation देहरादून सरकारी महिला डॉक्टर से ट्रेन में छेड़छाड़ , महिला कांस्टेबल ने नही की मदद ,कब होगा एक्शन
ब्यूरो रिपोर्ट
Doctor molestation in train Dehradunदेहरादून से काठगोदाम जा रही सरकारी डॉक्टर के साथ में छेड़छाड़ करने का मामला सामने आया है बताया जा रहा है कि सरकारी महिला डॉक्टर अपने पिता के साथ में देहरादून से काठगोदाम एक्सप्रेस से हल्द्वानी जा रही थी महिला डॉक्टर अल्मोड़ा में तैनात है।
इसी दौरान देहरादून के गोबिंदगढ़ का रहने वाला आरोपी राजीव शर्मा ने ट्रेन में महिला डॉक्टर की फोटो खींच ली और महिला डॉक्टर के ट्रेन में चढ़ते वक्त धक्का भी दिया इस पर महिला डॉक्टर के पिता ने विरोध जताया आरोपी के मोबाइल में महिला डॉक्टर की फोटो मिली मौके पर पहुंचे टीटी ने मोबाइल को अपने कब्जे में ले लिया दरअसल आरोपी राजीव शर्मा का कोच b2 सीट थी
मगर बेवजह वह बी वन महिला डॉक्टर के सीट के सामने आकर बैठ गया और तरह-तरह की हरकतें करने लगा। जिसका महिला डॉक्टर के पिता ने विरोध भी किया मामले की गंभीरता को देखते हुए जीआरपी पुलिस की दो महिला कांस्टेबल भी आई
जीआरपी महिला की दो कांस्टेबल ने कोई एक्शन नहीं लिया
महिला डॉक्टर के पिता का कहना है कि दोनों महिला कांस्टेबल वहां से दूर जाकर दूसरी सीट पर बैठ गई मगर उन्होंने इस मामले में किसी तरह का कोई संज्ञान नहीं लिया। महिला कांस्टेबल ने महिला डॉक्टर की कोई मदद नहीं की.
बड़ा सवाल वह दोनों महिला कांस्टेबल कौन थी क्या विभाग उनके खिलाफ कार्रवाई करेगा
ऐसे में ट्रेन में सवार अन्य लोग भी बीच बचाव के लिए सामने आए ट्रेन हरिद्वार पहुंच गई लक्सर में दो पुलिस जवान भी ट्रेन में आए मगर महिला डॉक्टर और उनके पिता को ट्रेन से उतरकर शिकायत दर्ज करने की बात कही।मगर वादी ने ट्रेन से उतरने से इनकार कर दिया छेड़छाड़ का मामला देहरादून से शुरू हुआ हल्द्वानी तक पहुंच गया ।
आरोपी राजीव शर्मा की कथित दो बहनों ने भी सरकारी महिला डॉक्टर पर की अभद्र टिप्पणी
कथित तौर पर आरोपी की दो बहन भी ट्रेन में सफर कर रही थी बहुत ही अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया कहा कि मेरे भाई ने अगर फोटो खींच लिया है तो तुम्हारी बेटी कोई हूर की पारी नहीं है फोटो खींचने से कुछ नहीं होता गाली गलौज भी की और अभद्रता करने लगी
एक सरकारी महिला डॉक्टर की शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न किया गया
इस तरह से एक सरकारी महिला डॉक्टर देहरादून से लेकर काठगोदाम तक मानसिक दबाव में सफर किया काठगोदाम में पुलिस ने आरोपी को भी अपनी हिरासत में लिया। मामले में रिपोर्ट दर्ज की गई ।
वादी के मुताबिक पुलिस ने आरोपी को छोड़ दिया लेकिन जिस तरह से देहरादून से लेकर काठगोदाम तक एक महिला डॉक्टर के साथ अभद्र व्यवहार और मानसिक उत्पीड़न किया गया।
ऐसे में बड़ा सवाल है कि आखिर पुलिस ऐसे मामले में सख्त कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है क्या पुलिस जवान किसी अनहोनी का इंतजार कर रहे थे आरोपी की से पूछताछ करने के बजाय आरोपी को छोड़ दिया गया
ऐसे में लोगों का कहना है कि आखिर पुलिस की जिम्मेदारी कब तक होगी दोनों महिला कांस्टेबल ने कोई एक्शन क्यों नहीं लिया?