महिलाओं के स्वास्थ्य संबंधी गंभीर रोगों पर जागरूकता कार्यक्रम
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महिलाओं के स्वास्थ्य संबंधी गंभीर रोगों पर जागरूकता कार्यक्रम
ललित बिष्ट
स्तन कैंसर जैसी गंभीर बीमारी आजकल बहुत तेजी से महिलाओं में फैल रही है।जानकारी के अभाव में प्रतिवर्ष सैकड़ो महिलाएं स्तन कैंसर की वजह से जान गंवा देती है।
इस गंभीर बीमारी से बचाव के लिए इस बीमारी का समय पता लगाया जाना बेहद जरूरी है।इसी के अंतर्गत पिछले 4 साल से ALVL फॉउंडेशन, स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर महिलाओं के स्वास्थ्य संबंधी गंभीर रोगों पर जागरूकता कार्यक्रम चला रहा है।
जिसमें लोक चेतना मंच और निवर्तमान ग्राम प्रधान रेखा बिष्ट के सहयोग से अल्मोड़ा के द्वाराहाट विकासखंड के ग्राम बड़ेत में भी महिलाओं की स्क्रीनिंग कराई गयी। ताकि इस गंभीर बीमारी से बचाव किया जा सके।
विशेषज्ञों ने बताया कि थर्मल इमेज तकनीक पर आधारित इस टेस्ट से ही स्तन कैंसर की प्राथमिक जाँच की जाती है।जिसकी विश्वसनीयता लगभग 92% है।
जिससे मरीज को इस गंभीर बीमारी से बचाया जा सकता है। इस वर्ष लगभग 800 से अधिक मरीजों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है।ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाएं इस बीमारी की गंभीरता को नही समझ पाती है इसलिए संस्था और स्वास्थ्य विभाग के सँयुक्त तत्वाधान में ऐसे स्क्रीनिंग कैम्प गांवो के बीच मे जाकर ही आयोजित किये जाते है।
स्तन कैंसर एक प्रकार का कैंसर है जो स्तन के ऊतकों में विकसित होता है। यह महिलाओं में सबसे आम प्रकार का कैंसर है, लेकिन यह पुरुषों में भी हो सकता है।
स्तन कैंसर के कारण:
1. _आनुवंशिक कारक_: कुछ आनुवंशिक परिवर्तन, जैसे कि BRCA1 और BRCA2, स्तन कैंसर के खतरे को बढ़ा सकते हैं।
2. _हार्मोनल कारक_: महिलाओं में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन के उच्च स्तर स्तन कैंसर के खतरे को बढ़ा सकते हैं।
3. _पर्यावरणीय कारक_: विकिरण, प्रदूषण और अन्य पर्यावरणीय कारक स्तन कैंसर के खतरे को बढ़ा सकते हैं।
4. _जीवनशैली कारक_: मोटापा, धूम्रपान और शारीरिक गतिविधि की कमी स्तन कैंसर के खतरे को बढ़ा सकते हैं।
स्तन कैंसर के लक्षण:
1. _स्तन में गांठ_: स्तन में एक गांठ या सूजन का पता लगना।
2. _स्तन का आकार या रंग में बदलाव_: स्तन का आकार या रंग में बदलाव होना।
3. _निप्पल से तरल पदार्थ का निकलना_: निप्पल से तरल पदार्थ का निकलना।
4. _स्तन में दर्द_: स्तन में दर्द या असहजता होना।
स्तन कैंसर का निदान:
1. _मैमोग्राफी_: स्तन के एक्स-रे का उपयोग करके स्तन कैंसर का निदान करना।
2. _अल्ट्रासाउंड_: स्तन के अल्ट्रासाउंड का उपयोग करके स्तन कैंसर का निदान करना।
3. _बायोप्सी_: स्तन के ऊतक का नमूना लेकर स्तन कैंसर का निदान करना।
स्तन कैंसर का उपचार:
1. _सर्जरी_: स्तन कैंसर के उपचार के लिए सर्जरी का उपयोग किया जा सकता है।
2. _कीमोथेरेपी_: स्तन कैंसर के उपचार के लिए कीमोथेरेपी का उपयोग किया जा सकता है।
3. _रेडियोथेरेपी_: स्तन कैंसर के उपचार के लिए रेडियोथेरेपी का उपयोग किया जा सकता है।
4. _हार्मोनल थेरेपी_: स्तन कैंसर के उपचार के लिए हार्मोनल थेरेपी का उपयोग किया जा सकता है।
इस अवसर पर प्रशासक रेखा बिष्ट,एएनएम
नीमा मठपाल, सीएचओ नीरू बजेठा, सीएचओ गीता जोशी,कृपाल सिंह बोरा आदि मौजूद थे।