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प्रख्यात लेखक उपन्यासकार रूप नारायण सोनकर की कई रचनाओं की राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर धूम

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प्रख्यात लेखक उपन्यासकार रूप नारायण सोनकर की कई रचनाओं की राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर धूम

ब्यूरो रिपोर्ट

देश के प्रख्यात लेखक उपन्यासकार अधिवक्ता रूप नारायण सोनकर की कई आत्मकथाएं ,उपन्यास, कहानी ,दुनिया के 100 से अधिक विश्वविद्यालय में पढ़ाई जा रही है । छात्र-छात्राएं शोधकर्ता उनकी रचनाओं पर अनवरत शोध अध्ययन कर रहे हैं ।

साउथ इंडिया 24×7 से बातचीत करते हुए प्रख्यात उपन्यासकार रूप नारायण सोनकर ने बताया कि उनकी रचना नागफनी देश के कई राज्यों में पढ़ाई जा रही है गुजरात विश्वविद्यालय स्वामी तीर्थ मराठवाड़ा विश्वविद्यालय कोल्हापुर विश्वविद्यालय मौलाना आजाद नेशनल उर्दू विश्वविद्यालय उस्मानिया विश्वविद्यालय में पढ़ाई जा रही है

रूपनारायण सोनकर का कहना है कि उनकी रचनाएं समाज में अस्पृश्यता के साथ सामाजिक ताने-बाने के बीच में फंसे दलित संप्रदाय पर केंद्रित हैं ।

जिनका पात्र सामाजिक दंश का शिकार है उनकी सबसे प्रसिद्ध पुस्तक जहरीली जंडें टोरिनो यूनिवर्सिटी इटली में पढ़ाई जा रही है जहां के छात्र-छात्राएं उसे पर शोध भी कर रहे हैं प्रयागराज विश्वविद्यालय मुंबई विश्वविद्यालय डॉ भाभा विश्वविद्यालय ,अमरकंटक, विश्वविद्यालय में भी पुस्तक पर अध्ययन हो रहा है ।

अपनी खास बातचीत में उन्होंने बताया कि उनकी रचना सूअरदान के पात्र को किस तरह से सामाजिक कुरीतियों का शिकार होना पड़ा है इसका उल्लेख बहुत ही प्रवक्ता गंभीरता पारदर्शिता और समसामयिक घटनाओं पर केंद्रित कहानियों का एक अनूठा संग्रह है गुजरात कर्नाटक महाराष्ट्र के साथ अन्य राज्यों में किताबों का अध्ययन हो रहा है ।

दलित डिप्टी कलेक्टर एक ऐसी रचना है जिस पर रिसर्च किया जा रहा है  रचनाएं राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाठकों का ध्यान आकर्षित कर रही है ।

उनका कहना है कि जिस तरह से सामाजिक दंश का दलित समाज शिकार रहा है ऐसे में उन्होंने न सिर्फ दलित पीड़ा को संवाद के माध्यम से राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहुंचने का प्रयत्न किया है बल्कि उसमें किस तरह से सुधार हो सकता है कई पात्र के संवाद के जरिए उस ज्वलंत मुद्दे को भी पाठकों को आकृष्ट करने की चेष्टा की है।

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