समायोजन के लिए अतिथि शिक्षकों ने मुख्यमंत्री से लगाई उम्मीद
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ब्यूरो रिपोर्ट
उत्तराखंड माध्यमिक विद्यालयों में पिछले 8 सालों से निरंतर अपनी सेवाएं दे रहे अतिथि शिक्षकों ने समायोजन की मांग की है अतिथि शिक्षकों का कहना है कि पिछले 5 अप्रैल को माध्यमिक शिक्षा निदेशक सीमा जौनसारी ने अतिथि शिक्षकों के समायोजन के लिए पत्र जारी किया था।
मगर एक महीने का वक्त गुजरने के बाद भी अधिकारी कोई सुध नहीं ले रही है जिसकी वजह से अतिथि शिक्षकों में रोष है अतिथि शिक्षक संघ के अध्यक्ष अभिषेक का कहना है कि जिस तरह से अधिकारियों का रवैया देखने को मिल रहा है ।
ऐसे में अतिथि शिक्षक आक्रोशित है उनका कहना है कि माध्यमिक शिक्षा विभाग के अधिकारी गैर जिम्मेदाराना रवैया अपना रहे हैं शासनादेश होने के बाद भी समायोजन की प्रक्रिया जस की तस पड़ी हुई है ।
उनका कहना है कि अतिथि शिक्षक पूरी लगन के साथ पिछले 8 साल से प्रदेश के दुर्गम से दुर्गम क्षेत्रों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं और नौनिहालों का भविष्य बनाने के लिए हर संभव कार्य कर रहे हैं परंतु यह खेद का विषय है कि अतिथि शिक्षकों के भविष्य को लेकर अधिकारी गंभीर नजर नहीं आ रहे है ।
उनका कहना है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी युवा मुख्यमंत्री हैं उनसे उम्मीद है कि जल्द से जल्द समायोजन की प्रक्रिया को शुरू करने के लिए वह दिशानिर्देश जरूर देंगे। अतिथि शिक्षकों का कहना है कि जिस तरह से अधिकारियों का रवैया देखने को मिला है इससे वे जहां हतोत्साहित है ।चिंतित है वहीं खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं क्योंकि अपने जीवन के स्वर्णिम समय को नौनिहालों के भविष्य बनाने में लगा रहे हैं मगर उनकी कोई सुध नहीं ले रहा है ।
अतिथि शिक्षकों का कहना है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से पूरी उम्मीद है कि समायोजन की प्रक्रिया को जल्द से जल्द शुरू करने के लिए कदम उठाएंगे क्योंकि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अतिथि शिक्षकों के भविष्य को लेकर कई बड़े कर चुके हैं ऐसे में शिक्षकों को पूरी उम्मीद है मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उनके भविष्य को बेहतर बनाने के लिए जरूर कदम उठाएंगे।