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लोगों की जरूरतों में काम आना ही इंसानियत है:
अकील अहमद
गाजीपुर। मानवता और सद्भावना हेतु समर्पित संस्था आल इंडिया पयामे इंसानियत फोरम ग़ाज़ीपुर यूनिट ने आज ग़ाज़ीपुर शहर स्थित एम ए एच इंटर कॉलेज तिराहे पर पूरे जनपद के दूर-दराज़ इलाको से आये मज़दूरों में नाश्ता वितरित किया।
कार्यक्रम संयोजक नजमुस्साकिब अब्बासी ने कहा कि ज़रूरत है कि आज इंसानियत का हाथ थामा जाए, उनके दुःख-दर्द को सुना जाय, इसलिए मानवता की सेवा को ही हमने अपना परम् उद्देश्य बना लिया है। इस तरह के आयोजन हमें एक दूसरे की तकलीफों और आवश्यकताओं को समझने और उनके निराकरण में अपना हर सम्भव सहयोग प्रदान करने की प्रेरणा देते हैं।
आबिद हुसैन ने कहा कि मानव समाज की सबसे बड़ी नेमत मानवता है,अगर किसी को ये मिल गई तो वह समाज का सबसे धनी और सुखी व्यक्ति माना जायेगा। अतःहमें चाहिए कि हम हर किसी के दुःख दर्द में काम आएं।
अब्दुसमद सिद्दीक़ी ने कहा कि वर्तमान में जबकि मानवता संकट में है तो ज़रूरत है कि समाज के मध्य जाकर उनमें मानवता का संचार किया जाय और उनके दुःख-दर्द में शामिल हुआ जाय।
अरमान अंसारी ने कहा कि इंसानियत ऐसा शब्द है कि जिसपर समस्त मानव समाज को एकजुट किया जा सकता है, आज समाज में जो विघटन है उसे दूर करने के लिये मानवता के कार्यों से समाज को जोड़ना ज़रूरी है।
शाहनवाज़ सिद्दीक़ी ने कहा कि सद्भावना को कामयाबी हासिल करने के लिये मानवता का हाथ थामना होगा।
शमशाद अंसारी ने कहा कि निरंतर समाज को जोड़ने वाले ऐसे कार्यों से लोगों में प्रेम और भाईचारे का अंकुर पनपता है जिसे सौहार्द का खाद-पानी देते रहना होगा। उनका कहना है कि देश की तरक्की के लिए आपसी सौहार्द और मेल मिलाप बहुत जरूरी है जब देश में शांति होगी तो देश नई ऊंचाइयों को छुएगा
इस अवसर पर उमर अब्बासी, असमार हुसैन,अम्मार अब्बासी, मुहम्मद असद और साद अहमद आदि मौजूद थे।