गोपीनाथ पीजी कॉलेज में हुआ स्वागत समारोह का आयोजन
1 min readगोपीनाथ पीजी कॉलेज में हुआ स्वागत समारोह का आयोजन
प्राचार्या डॉ सुधा त्रिपाठी के वियतनाम से लौटने पर किया गया भव्य स्वागत
अकील अहमद
देवली/बहादुरगंज۔ गाज़ीपुर- वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर के अग्रणी कॉलेजों में शुमार गोपीनाथ पी जी कॉलेज श्रद्धा की प्राचार्य डॉक्टर सुधा त्रिपाठी को ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए वियतनाम में सम्मानित किया गया। जिससे पूरे पूर्वांचल के शैक्षिक जगह में हर्ष की लहर दौड़ गई। स्वरूपा, ममता की प्रतिमूर्ति, ख्यातिलब्ध, समाजविद, प्राचार्या डॉक्टर सुधा त्रिपाठी जी को उनके सामाजिक एवं शैक्षणिक गतिविधियों में अग्रणी भूमिका निभाने पर वियतनाम में सम्मानित किया गया। पुनः घर वापसी पर महाविद्यालय में स्वागत समारोह का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलित करने के उपरांत कालेज की छात्राओं व प्राध्यापिकाओं द्वारा स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया।
इस अवसर पर शिक्षा जगत से जुड़े हुए तमाम संभ्रांत लोगों ने इस उपलब्धि पर बधाई दी।
स्वागत के उपरांत अपनी उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कालेज प्राचार्या डॉ सुधा त्रिपाठी ने अपने सारगर्भित वक्तव्य में बोलीं कि मैं इस उपलब्धि का श्रेय अपने जीवनसाथी श्री राकेश तिवारी जी को देती हूं, जिन्होंने इस कार्य में आने वाली हर बाधाओं को सुलझाने में मुझे धैर्य, साहस ,संयम ,सहयोग एवं सत्प्रेरणा प्रदान करके मुझे शैक्षिक एवं सामाजिक यात्रा के इस पड़ाव तक पहुंचाया। ऐसे प्रातः पति के प्रति जितनी भी श्रद्धा व्यक्त की जाए कम होगी मैं अपने पुत्र एवं पुत्री को भी इस उपलब्धि हेतु धन्यवाद देती हूं जिन्होंने श्रद्धा पूर्वक मेरी सहायता की एवं उन्नत के लिए सतत् कामना की हैं।
मैं अपने तमाम प्रध्यापक/ प्राध्यापिकाओं एवं कर्मचारियों के प्रति श्रद्धा व्यक्त करती हूं जिन्होंने मेरे इस कार्य के लिए हर संभव सहायता की। इस उपलब्धि के प्रणयन में जिन लोगों ने मेरा मार्गदर्शन प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से सतप्रेरित किया मैं उन सभी लोगों के प्रति हार्दिक कृतज्ञता ज्ञापित करती हूं एवं धन्यवाद देती हूं।
और अंत में उन्होंने कहा कि किसी भी समाज व राष्ट्र की तरक्की का रास्ता शिक्षा के केंद्रों से ही होकर गुजरता है। वर्तमान युग ज्ञान का युग है ऐसे में शिक्षा की समुचित व्यवस्था एक बुनियादी जरूरत है। शिक्षा के अधिकार को मौलिक अधिकार दिया जाना यह संकेत है कि अब कोई भी व्यक्ति बिना ज्ञान के अपने अस्तित्व को बचा नहीं सकता।
इन्हीं सब विचारों को तलाश कर रचनात्मक एवं साकारात्मक सोच के साथ शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार ही एकमात्र विकल्प है। मैं पूरे दृढ़ संकल्प के साथ कहती हूं कि महाविद्यालय को जनपद का एक ऐसा शिक्षा का केंद्र बनाने का प्रयास करती हूं ,जहां से गरीब व अभावग्रस्त छात्र-छात्राओं का समुचित व्यक्तित्व का विकास हो सके। समाज में महिलाओं का शोषण व उनकी दयनीय स्थिति में सुधार के लिए स्त्री शिक्षा की व्यवस्था करना मेरी प्राथमिकता है।
इस स्वागत कार्यक्रम में सरजू राय मेमोरियल कालेज के प्रबंधक हिमांशु राय, हरिशंकर महाविद्यालय के प्रबंधक प्रभाशंकर तिवारी, गोपीनाथ पीजी कालेज के प्रबंधक शिवम त्रिपाठी, गोपीनाथ पीजी कालेज के संरक्षक राकेश तिवारी, देवली ग्राम प्रधान हीरामणि चौहान, समाज सेवी साधू यादव आदि ने फूल माला व बुके देकर स्वागत किया।
स्वागत कार्यक्रम के उपरांत डॉ सुधा त्रिपाठी ने मीडिया से भी मुखातिब हुईं और अपनी सफलता में अहम भूमिका निभाने वाली हस्तियों व कठिनाइयों व कठोर परिश्रम का जिक्र किया।
स्वागत कार्यक्रम में मुख्य रूप से आर आर पी इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ वेद प्रकाश तिवारी, उप प्राचार्य डॉ अंजना तिवारी, चीफ प्राक्टर डॉ गिरीश चंद, सईदुज़्ज़फर, मुनव्वर अली, जगदम्बा चौबे, अंकित, अनिल राव, सौरभ, जाहिद, डॉ मतीउर्रहमान, रवि,विजयलक्ष्मी त्रिपाठी, प्रतिमा पांडेय,
इन्द्रावती प्रजापति, गीतांजली यादव, अनिता पाल आदि उपस्थित रहे और फूल मालाओं से स्वागत किया।
कार्यक्रम का संचालन एच आर डॉ चन्द्रमणि पांडेय ने किया जबकि अध्यक्षता कॉलेज के संरक्षक राकेश तिवारी ने की।