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Almora holi special अल्मोड़ा होली में जैविक रंग का होगा इस्तेमाल, महिलाओं को दिया जा रहा प्रशिक्षण

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Almora holi special अल्मोड़ा होली में जैविक रंग का होगा इस्तेमाल, महिलाओं को दिया जा रहा प्रशिक्षण

By ललित बिष्ट

अल्मोड़ा के द्वाराहाट विकासखंड में क्षेत्र पंचायत द्वारा एनआरएलएम समूह के माध्यम से महिलाओं को होली के त्यौहार के उपलक्ष्य पर जैविक रंगों को बनाने की ट्रेनिंग दी जा रही है ।

जिसमें महिलाएं अपने घरेलू साग सब्जियां एवं फूलों के माध्यम से जैविक रंगो को बनाना सीख रही हैं ।
तीन दिनों तक चलने वाली इस ट्रेनिंग में विकासखंड के लगभग डेढ़ सौ महिलाओं ने प्रतिभाग किया जिसमें उन्होंने गोभी,पालक गेंदा,गुलाब आदि फूलों एवं सब्जियों द्वारा जैविक रंग बनाने का प्रशिक्षण लिया ।

महिलाओं को दिया जा रहा है जैविक रंग बनाने का प्रशिक्षण

साथ ही उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण के आने वाले दिनों में गोबर से बनाए जाने वाले उत्पादों की ट्रेनिंग भी दी जाएगी।
प्रशिक्षण के बाद बनाए जाने वाले उत्पादों को एनआरएलएम समूह एवं हिमान्या के माध्यम से बाजार में बेचा जाएगा जिससे महिलाओं को अपनी आर्थिक की को मजबूत करने का मौका मिलेगा।

इस प्रशिक्षण में सत्य सात्विक संस्था का सहयोग लिया जा रहा है ।जो महिलाओं को समय-समय पर विभिन्न प्रकार के आजीविका संवर्धन के प्रशिक्षण देती है।

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स्थानीय महिलाओं की बढ़ेगी आमदनी

इस अवसर पर खंड विकास अधिकारी संतोष जेठी,प्रमुख दीपक किरौला,यश गंगवार,नीरज कुमार,ट्रेनर सोनिया के साथ सैकड़ों महिलाए मौजूद रही।

कहते हैं होली रंगों का त्यौहार है ऐसे में रंगों का जैविक मेल अगर होता है तो इससे किसी तरह से कोई नुकसान नहीं होगा उसे नजरिए से जैविक रंग के प्रशिक्षण महिलाओं को दिया जा रहा है ताकि महिलाएं होली के त्यौहार के लिए जैविक रंग को बना सकें

प्राचीन काल में भी जैविक रंग का होली के त्यौहार के मौके पर होता था इस्तेमाल

प्राचीन काल में भी जैविक रंगों का इस्तेमाल किया जाता था सबसे खास बात है की जय विक्रांत किसी तरह से कोई नुकसान नहीं करते हैं दूसरी तरफ या महिलाओं की आमदनी का एक अच्छा सोर्स भी हो सकता है ऐसे में महिलाओं को जैविक रंग बनाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है और महिलाओं में जैविक रंग प्रशिक्षण को लेकर भी उत्साह है उनका कहना है कि इससे जहां उन्हें नई जानकारी मिल रही है वहीं उन्हें अपनी आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए भी मदद मिल रही है।

 

 

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