बहादुरगंज में धूमधाम से सम्पन्न हुई राजगद्दी,कलाकारों ने अपने अभिनय से जीता लोगों का दिल
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बहादुरगंज में धूमधाम से सम्पन्न हुई राजगद्दी,कलाकारों ने अपने अभिनय से जीता लोगों का दिल
By अकील अहमद
बहादुरगंज गाज़ीपुर۔ बहादुरगंज कस्बा के अति प्राचीन रामलीला समिति द्वारा बृहस्पतिवार को देर रात गुलाब चंद के चबूतरे पर प्रभु श्री राम के राज्याभिषेक का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। राम राज बैठे त्रैलोका हर्षित भयउ गयउ सब सोका राज्याभिषेक के बाद सभी अयोध्यावासियों का मन प्रसन्न हो गया, मानो उन्हें मुंहमांगी निधि मिल गई हो। हर प्रकार के शोको से मुक्त हो गए तो हर ओर प्रसन्नता थी।
श्री राम के राज्याभिषेक के बाद पूरी रात नगर में उल्लास हिलोरें ले रहा था । प्रभु श्री राम दरबार सजा और भव्य झाकी के दर्शन के लिए लोग नजरे गड़ाए रहे। राजमाता कौशल्या ने सूर्यवंश शिरोमणि प्रभु श्री राम दरबार की आरती उतारी। हजारों कंठो से जय जय कार गूंज उठा। सिंहासन पर विराजमान श्री राम और सीता संग भारत , लक्ष्मण और शत्रुघ्न तथा श्री राम के चरणों में नतमस्तक भक्त शिरोमणि हनुमान जी की आरती उतारी गई। इस आरती को लेने के लिए लोगों में जबरदस्त उत्साह दिखा। कलाकारों द्वारा शिव, पार्वती की अनुपम झांकी प्रस्तुत की गई और कलाकारों द्वारा मां काली का रौदा रूप की बेहतरीन झांकी प्रस्तुत की गई तथा शिव तांडव नृत्य की झांकी एवं राधा कृष्ण की झांकी का दर्शकों में आकर्षण का केन्द्र रही।
प्रभु श्री राम का जीवन दर्शन बहुत ही प्रेरणादायक है और उनकी जीवन कहानी से हमें कई महत्वपूर्ण सबक मिलते हैं। यहाँ कुछ मुख्य बातें हैं:
१. धर्म और न्याय के लिए लड़ना: भगवान राम ने अपने जीवन में धर्म और न्याय के लिए लड़ाई लड़ी और असत्य के खिलाफ खड़े हुए.
२. परिवार और समाज के प्रति समर्पण: उन्होंने अपने परिवार और समाज के प्रति अपने कर्तव्यों को पूरा करने के लिए अपना जीवन समर्पित किया.
३. सच्चाई और ईमानदारी: भगवान राम ने अपने जीवन में सच्चाई और ईमानदारी का पालन किया और कभी भी झूठ नहीं बोला.
४. धैर्य और संयम: उन्होंने अपने जीवन में कई चुनौतियों का सामना किया, लेकिन उन्होंने कभी भी धैर्य और संयम नहीं खोया.
५. भक्ति और समर्पण: भगवान राम की भक्ति और समर्पण भक्तों के लिए एक आदर्श है.
६. कर्तव्य और जिम्मेदारी: उन्होंने अपने जीवन में अपने कर्तव्यों और जिम्मेदारियों को पूरा करने के लिए काम किया.
७. अद्वितीयता और समरसता: भगवान राम ने अपने जीवन में सभी लोगों के साथ अद्वितीयता और समरसता का प्रदर्शन किया.
८. त्याग और बलिदान: उन्होंने अपने जीवन में कई त्याग और बलिदान किए, जो हमें प्रेरित करते हैं.
९. आत्म-नियंत्रण और स्व-शिक्षा: भगवान राम ने अपने जीवन में आत्म-नियंत्रण और स्व-शिक्षा का महत्व दिखाया.
१०. भगवान के रूप में पूजा: भगवान राम को भगवान के रूप में पूजा जाता है और उनकी पूजा करने से हमें आध्यात्मिक शक्ति और प्रेरणा मिलती है.
भगवान राम का जीवन दर्शन हमें जीवन के मूल्यों और आदर्शों को समझने में मदद करता है और हमें एक अच्छा इंसान बनने के लिए प्रेरित करता है।
इस अवसर पर नगर की रामलीला कमिटी के अध्यक्ष संतोष जायसवाल , जगजीत उर्फ गिल्लू बरनवाल, अनिल मद्धेशिया,आशीष मद्धेशिया, जयप्रकाश गुप्ता ,शक्ति जायसवाल, राजेश वर्मा, संजू जायसवाल आदि समिति के सदस्य उपस्थित रहे और नगर के चौकी इंचार्ज बालवेंद्र कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर मुस्तैद रहें।