राष्ट्रीय युवा दिवस के मौके पर कार्यक्रम का हुआ आयोजन
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राष्ट्रीय युवा दिवस के मौके पर कार्यक्रम का हुआ आयोजन
सोहन सिंह
आज राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर ग्राम पंचायत कनोल युवक मंगल दल को प्रदेश स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त किया,
और महिला मगलदल पगना ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोशियारी , माननीय सांसद नैनीताल अजय भट्ट , खेल मंत्री रेखा आर्या उपस्थित रहे, नंदानगर टीम की ओर से श्री आदर्श पंत जी, श्री करण सिंह जी, व युवक मंगल दल की ओर से कंचन सिंह नेगी नि0 व0 छेत्र पंचायत कनोल व महेंद्र सिंह बिष्ट जी उपस्थित रहे, युवक मंगल दल कनोल को 100000₹ की धन राशि प्रदान की गई।
और महिला मंगलदल को 50,000 ₹ कि धन राशि प्राप्त प्रदान किया गया
स्वामी विवेकानंद एक महान भारतीय संत, दार्शनिक और समाज सुधारक थे। उनका जन्म 12 जनवरी 1863 को कलकत्ता में हुआ था। उनके पिता विश्वनाथ दत्त एक वकील थे, और उनकी माता भुनेश्वरी देवी एक धार्मिक महिला थीं।
स्वामी विवेकानंद का बचपन का नाम नरेंद्रनाथ दत्त था। वह एक होनहार छात्र थे और उन्होंने कलकत्ता विश्वविद्यालय से स्नातक की उपाधि प्राप्त की। इसके बाद, उन्होंने रामकृष्ण परमहंस के शिष्य बनकर आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त करना शुरू किया।
रामकृष्ण परमहंस की मृत्यु के बाद, स्वामी विवेकानंद ने उनकी शिक्षाओं को पूरे भारत में फैलाने के लिए एक यात्रा शुरू की। इस यात्रा के दौरान, उन्होंने कई लोगों से मिले और उन्हें आध्यात्मिक ज्ञान प्रदान किया।
1893 में, स्वामी विवेकानंद ने शिकागो में आयोजित विश्व धर्म सम्मेलन में भाग लिया। इस सम्मेलन में, उन्होंने हिंदू धर्म के बारे में एक प्रसिद्ध भाषण दिया, जिसने पूरे विश्व में उनकी प्रतिष्ठा को बढ़ाया।
स्वामी विवेकानंद ने रामकृष्ण मिशन की स्थापना की, जो एक आध्यात्मिक और सामाजिक संगठन है। इस संगठन का उद्देश्य लोगों को आध्यात्मिक ज्ञान प्रदान करना और समाज में सुधार करना है।
स्वामी विवेकानंद का निधन 4 जुलाई 1902 को कलकत्ता में हुआ था। उनकी मृत्यु के बाद, उन्हें एक महान संत और समाज सुधारक के रूप में याद किया जाता है। उनके विचार और शिक्षाएं आज भी पूरे विश्व में लोगों को प्रेरित करती हैं।