Revolt in Bangladesh साउथ एशिया में उथल-पुथल, बांग्लादेश के प्रधानमंत्री शेख हसीना देश छोड़कर भागी, लंदन जाएगी
1 min readसाउथ एशिया में उथल-पुथल, बांग्लादेश के प्रधानमंत्री शेख हसीना देश छोड़कर भागी, लंदन जाएगी ?
Bureau report
Reservation revolt in Bangladesh, prime Minister Sheikh Hasina resigned, 15 सालों से बांग्लादेश के प्रधानमंत्री की कमान संभाल नहीं शेख हसीना को आज इस्तीफा देकर देश को छोड़ना पड़ा है पांच प्रमुख वजह बताई जा रही है पहली विरोधियों के खिलाफ दमनकारी नीति ,दूसरी लोकतांत्रिक मूल्य का हनन, तीसरी मानवाधिकार आयोगों ए का उल्लंघन चौथ सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग पांचवा तानाशाही रवैया रहा है।
प्रधानमंत्री के पद से इस्तीफा देकर बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना आज हेलीकॉप्टर के जरिए अगरतला पहुंची इसके बाद हवाई जहाज के जरिए शाम को हिडन एयरवेज गाजियाबाद पहुंची सूत्रों का कहना है कि जहां पर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने उनसे तकरीबन 1 घंटे मुलाकात की।
सूत्रों का कहना है कि बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना लंदन जा सकती हैं जिसको लेकर चर्चाएं चल रही है।
1971 के बांग्लादेश के आंदोलन में सक्रिय रहने वालों के परिजनों को सरकारी नौकरी में 30% का आरक्षण देने को लेकर छात्रों के बीच उपजे असंतोष यहां तक पहुंचेगी यह किसी को आभास तक भी नहीं था ।
फिलहाल सरकार ने भी छात्रों के विरोध के बाद अपने आदेश को वापस लिया था और सुप्रीम कोर्ट ने भी उसे आदेश को रद्द कर दिया था मगर जिस तरह से असंतोष की लहर उठी ऐसे में पूरे देश में आरक्षण को लेकर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया भारी तादाद में महिला पुरुष युवा ढाका की तरफ रुख कर रहे हैं और शेख हसीना के सरकारी आवास में भी प्रदर्शनकारी घुस गए हैं।
बांग्लादेश के आर्मी की ने जून 2024 को आर्मी चीफ के पद पर कमान संभाली थी उसके बाद देश में उपद्रव विद्रोह प्रदर्शन होना शुरू हो गया वहीं आज उन्होंने बांग्लादेश वको संबोधित किया और कहा कि सभी लोगों को बांग्लादेश के लिए शांति व्यवस्था बहाल करनी चाहिए उन्होंने कहा कि जल्द अंतरिम सरकार का गठन किया जाएगा आर्मी जवानों से गोली ना चलने के आदेश दिए हैं
दुनिया भर के देशों की नजर आर्मी चीफ के अगले कदम पर है वहीं भारत भी पड़ोसी देश में उपद्रों की स्थिति पर नजर बनाई हुई है।
बांग्लादेश आर्मी की वकार उज जमान
जनरल वकार ने 20 दिसंबर 1985 को बांग्लादेश सेना को ज्वाइन किया था। बांग्लादेश सैन्य अकादमी में 13वें बीएमए लॉन्ग कोर्स से स्नातक होने के बाद सेना में आए और उन्होंने कई महत्वपूर्ण पदों पर काम किया है। आर्मी चीफ बनने से पहले वह 29 दिसंबर 2023 से बांग्लादेश सेना के चीफ ऑफ जनरल स्टाफ (सीजीएस) के रूप में काम कर चुके हैं। नवंबर 2020 में उन्हें लेफ्टिनेंट जनरल के रूप में पदोन्नत किया गया था। जनरल जमान संयुक्त राष्ट्र शांति मिशनों में भी काम कर चुके हैं। वह लाइबेरिया में संयुक्त राष्ट्र मिशन और संयुक्त राष्ट्र अंगोला सत्यापन मिशन के तहत वैश्विक शांति और स्थिरता के लिए काम कर चुके हैं।