सावधान ! सीबीआई ने ₹20 हजार की रिश्वत लेते बैंक कर्मी को किया गिरफ्तार
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सावधान ! सीबीआई ने ₹20 हजार की रिश्वत लेते बैंक कर्मी को किया गिरफ्तार
ब्यूरो रिपोर्ट गाजीपुर
उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में सीबीआई की एंटी करप्शन ब्रांच ने रिश्वत मांगने वाले फील्ड अफसर के दलाल रवींद्र कुमार को रंगे हाथों दबोच लिया। जबकि, फील्ड अफसर सुनील कुमार चौबे मौके से फरार होने में कामयाब हो गया। इसने मुद्रा लोन मंजूर करने के बदले 20 हजार रुपये रिश्वत मांगी थी। मामला यूपी बड़ौदा बैंक की कासिमाबाद शाखा का है। वहीं दूसरी ओर सीबीआई ने देवरिया में आयकर विभाग का कार्यालय अधीक्षक अजय कुमार मौर्या को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है
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सीबीआई एंटी करप्शन यूनिट भारत सरकार के कर्मचारियों के भ्रष्टाचार, रिश्वतखोरी आदि मामलों की जांच करती है। यह यूनिट केन्द्रीय सतर्कता आयोग और लोकपाल को सहायता प्रदान करती है¹।
सीबीआई एंटी करप्शन यूनिट के मुख्य कार्य हैं:
– *भ्रष्टाचार की रोकथाम*: यह यूनिट भ्रष्टाचार के मामलों की जांच करती है और उन्हें रोकने का प्रयास करती है।
– *जांच और अभियोग*: यह यूनिट जांच के बाद अभियोग चलाती है और अदालत में मामला दर्ज करती है।
– *समन्वय और सहयोग*: यह यूनिट अन्य जांच एजेंसियों और सरकारी विभागों के साथ समन्वय और सहयोग करती है।
सीबीआई एंटी करप्शन यूनिट की जांच प्रक्रिया में निम्नलिखित चरण शामिल हैं:
– *शिकायत दर्ज करना*: यह यूनिट शिकायतें दर्ज करती है और उनकी जांच शुरू करती है।
– *जांच करना*: यह यूनिट जांच करती है और आवश्यक सबूत इकट्ठा करती है।
– *अभियोग चलाना*: यह यूनिट जांच के बाद अभियोग चलाती है और अदालत में मामला दर्ज करती है।
सीबीआई (केंद्रीय जांच ब्यूरो) की स्थापना 1941 में हुई थी। इसका मुख्यालय नई दिल्ली में है। सीबीआई भारत सरकार की एक प्रमुख जांच एजेंसी है, जो भ्रष्टाचार, आतंकवाद, साइबर अपराध और अन्य गंभीर अपराधों की जांच करती है।
सीबीआई कई प्रकार के मामलों की जांच करती है, जिनमें से कुछ प्रमुख मामले हैं:
– *भ्रष्टाचार के मामले*: सीबीआई भ्रष्टाचार से संबंधित मामलों की जांच करती है, जैसे कि रिश्वतखोरी, घोटाले और अन्य आर्थिक अपराध।
– *आतंकवाद और साइबर अपराध*: सीबीआई आतंकवाद और साइबर अपराध से संबंधित मामलों की जांच करती है, जैसे कि हैकिंग, साइबर धोखाधड़ी और आतंकवादी गतिविधियाँ।
– *संगीन अपराध*: सीबीआई संगीन अपराधों की जांच करती है, जैसे कि हत्या, अपहरण और अन्य गंभीर अपराध।
– *वित्तीय अपराध*: सीबीआई वित्तीय अपराधों की जांच करती है, जैसे कि मनी लॉन्डरिंग, चेक जालसाजी और अन्य वित्तीय अपराध।
– *न्यायिक जांच*: सीबीआई न्यायिक जांच भी करती है, जैसे कि अदालत के आदेश पर जांच करना या सरकार द्वारा सौंपे गए विशेष मामलों की जांच करना¹।